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उत्तर प्रदेश के एक प्राथमिक विद्यालय में राष्ट्रगान पर पाबंदी लगाने का हैरतअंगेज मामला सामने आया है। यह मामला कम गंभीर नहीं है। सवाल उठ रहें हैं कि आखिर ऐसे क्या कारण है जो प्राथमिक विद्यालय में राष्ट्रगान पर पाबंदी लगा दी गई। यह मामला यूपी समेत पूर देश में चर्चा का विषय बना हुआ है।
अगले पेज पर पढ़ें क्या है पूरा मामलाः
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- राष्ट्रगान पर पाबंदी लगाने का यह मामला बांदा जिले के बड़ोखर क्षेत्र के जौरही प्राथमिक विद्यालय का है।
- बताया जा रहा है कि इस विद्यालय में पिछले 15 दिनों से राष्ट्रगान और प्रार्थना नहीं हो रही है।
- बच्चों के माध्यम से जानकारी मिलने पर लोगो ने अधिकारियों से इस प्रकरण की शिकायत की।
- प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों की माने तो स्कूल की प्रधानाध्यापिका साजिया ने उन्हें प्रार्थना और राष्ट्रगान करने से मना किया था।
- विद्यालय के एक बच्चे ने बताया कि बड़ी मैडम ने हमें राष्ट्रगान करने से मना किया है।
- बच्चे ने कहा मैडम अल्लाह हो अकबर कहने के लिए कहती हैं।
- देश में राष्ट्रगान को सीधा-सीधा देश के सम्मान के साथ जोड़ा जाता है।
- ऐसे में राष्ट्रगान पर पाबंदी लगाने की घटना प्रकाश में आने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया।
- शिकायत मिलते ही एसडीएम ने जांच के आदेश दे दिये।
- जांच में आरोप सही पाये जाने के बाद एसडीएम ने प्रधानाध्यापिका साजिया परवीन और एक अन्य शिक्षिका शैलेंद्री को निलंबित करने में देर नहीं की।
प्रधानाध्यापिका ने दिये राष्ट्रगान ना करने के आदेशः
- प्रधानाध्यापिका साजिया के आदेश पर स्कूल में पिछले 15 दिनों से नियमित प्रार्थना नहीं हुई है।
- वहीं, विद्यालय के रसोइया ने भी बताया कि मैडम ने विद्यालय में राष्ट्रगान और प्रार्थना बंद करा दिया है।
- हालांकि बेसिक शिक्षा अधिकारी इस मामले को प्राधानाध्यापिका और सहायक अध्यापिका के बीच का आपसी विवाद बता रहें हैं।
- लेकिन जिस प्रकार से स्कूल के बच्चों, रसोइयें और गांव के अन्य लोगों ने बताया उससे मामले की गंभीरता समझी जा सकती है।
- इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि विद्यालय में राष्ट्रगान और प्रार्थना को बंद कराया गया।
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