उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गोमांस का सेवन करने पर रोक लगाने के बावजूद कई जगहों पर गोमांस इस्तेमाल किया जा रहे है. ना जाने कितनी मासूम गायों और बछड़ों को मार दिया जाता है. इसी सिलसिले में एक ताज़ा मामला अमेठी से सामने आया है. जिले के मुसाफिरखाना कोतवाली अन्तर्गत प्रतापगंज के निकट एक बाग़ में बोरे में रखकर फेंकी गई सन्दिग्ध वस्तु की सूचना मिलने से सनसनी फैल गई. हर कोई ये जानना चाहता था आखिर उस बोर में क्या है. लेकिन डर की वजह से कोई उस संदिग्ध बोर के पास नही जा रहा था. इस घटना की पुलिस को सूचना दी गयी. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस की मौजूदगी में जब बोरा खोला गया तो उसमें गोवंश का शव था।
क्या है मामला:
मिली जानकारी के अनुसार कुछ लोगो ने मुसाफिरखाना कोतवाली अन्तर्गत गाँव प्रतापगंज के निकट एक बाग़ में एक संदिग्ध बोरा फेका गया.
उस बोरे से आस पास के लोगों को सड़ी हुई किसी चीज़ की बदबू आ रही थी. जिसके बाद लोगों ने अनुमान लगाया की इसमें कोई संदिग्ध वास्तु होगी. ग्रामीणों ने इस पूरे मामले की सूचना पुलिस को दी.
सूचना मिलने के बाद मुसाफिरखाना पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने मौके पर पहुँचकर जब बोरा खुलवाया तो उसमे बछड़े का शव था.
ग्रामीणों पर आरोप:
वही दूसरी तरफ एक व्यक्ति द्वारा सूचना दी गई थी कि कोतवाली अन्तर्गत एक बाग़ में बोरे में बांधकर कुछ चीज फेंकी गई है.
उन फेकी हुईं चीज़ों से काफी बदबू आ रही है. जब पुलिस मौके पर पहुंची और बोरा खुलवाया गया तो उसमे उसमें बछड़े का शव था. जो की ग्रामीणों द्वारा वहां पर फेंका गया था ।
अमेठी के अलावा न जाने कितनी जगहों पर गौ मास का सेवन किया जा रहा है. रोक लगने के बावजूद भी गोमांस का इस्तेमाल धड़ल्ले से हो रहा है.
क्या किसी को भी प्रशासन का डर नही रह गया है और मासूम जनवरों की जान लेते वक़्त एक भी बार वो नही सोचते है.
इनपुट: राम मिश्रा
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