भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद जिस तरह से विकास योजनाओं को गति मिली है उससे विपक्षी दल घबरा गए हैं। प्रदेश में सत्ता संभालने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विरासत में जनता के पैसे से शुरू हुए अधूरे प्रोजेक्ट मिले थे। श्रद्धेय जनता के धन का पाई-पाई हिसाब लेने के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न केवल इसका दुरुपयोग रोका बल्कि पिछली सरकार में जान-बूझ कर इन योजनाओं का कार्य धीमा कर दाम बढ़ाने और जनता के पैसे की बंदरबाट करने की प्रवृत्ति पर सख्ती से रोक लगाई।
प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डॉ. चन्द्रमोहन ने कहा कि जनता के पैसे से बनने वाले प्रोजेक्ट को त्वरित गति से पूरा कराकर जनता को सौंपने की भाजपा सरकार की नीति पिछली सपा सरकार के मुखिया रहे अखिलेश यादव को हजम नहीं हो रही है। इसी क्रम में आज जब मुख्यमंत्री ने गाजियाबाद में एलिवेटेड रोड का उद्घाटन किया तो अखिलेश यादव ने एक बार फिर अपनी बचकानी सोच का परिचय देते हुए ‘राम नाम जपना, पराया माल अपना’ वाला ट्वीट किया। लड़कपन में यादव जनता के धन से चलने वाली योजनाओं को बार-बार अपने परिवार की समझ रहे हैं। असल में पिछली सपा सरकार के मुखिया रहे यादव ने अपने कार्यकाल के दौरान केवल ‘भ्रष्टाचार का नाम जपना, जनता का माल अपना’ की नीति को बखूबी लागू किया।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि वे हमेशा जनता के पैसे का उपयोग अपने परिवार और निजी लोगों के उपयोग के लिए ही किया। यही वजह रही कि उन्होंने अपने शासनकाल में जनता के पैसे से शुरू हुए किसी भी प्रोजेक्ट को समय पर पूरा नहीं किया। सभी प्रोजेक्ट को लंबा खींचा गया ताकि जनता के धन की ज्यादा से ज्यादा लूट हो सके। जनता को धोखा देने के लिए बगैर योजना पूरा किए ही उनका उद्घाटन कर प्रदेश की छवि को धूमिल किया। पिछली सपा सरकार की यह मंशा जनता बखूबी पहचान गई थी और इसीलिए श्रद्धेय जनता ने सपा को करारी मात देकर अपनी नाराजगी जाहिर कर दी।
प्रदेश प्रवक्ता डॉ. चन्द्रमोहन ने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले सरकार में अधूरा पड़ा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के लिए 500 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि देकर उसे अंतिम रूप से तैयार करने की कवायद तेज की है। सपा सरकार की नजर जहां जनता के पैसे पर थी वहीं योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चल रही भाजपा सरकार ने जनता के पैसे का पूरा सदुपयोग कर हर क्षेत्र में विकास की धारा बहाई है। भाजपा सरकार की यही कार्यप्रणाली सपा मुखिया को सहन नहीं हो रही है और वे मर्यादा भूलकर अनाप-शनाप बातें करने लगे हैं।