भारतीय जनता पार्टी के मोहनलालगंज संसदीय क्षेत्र सांसद कौशल किशोर को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में भाजपा (BJP Lucknow) जिलाध्यक्ष रामनिवास यादव ने नोटिस जारी किया है। कौशल पर आरोप है कि वह भाजपा में बिना किसी अनुमति के सपा और बसपा के नेताओं को पार्टी में शामिल कर रहे हैं। नोटिस के जरिये कौशल किशोर को अपना जवाब देने के लिए सात दिनों का समय दिया गया है।
कई लोगों पर हैं आरोप
- भारतीय जनता पार्टी जिला अध्यक्ष रामनिवास यादव ने बताया कि बुधवार को एक बैठक का आयोजन किया गया था।
- बैठक में निर्णय किया गया कि जो लोग पार्टी की बिना सहमति के या जिन को किसी को भाजपा में शामिल करने का अधिकार नहीं है।
- ऐसे लोग सपा व बसपा के तमाम नेताओं को भाजपा में शामिल कर रहे हैं।
- ऐसे लोगों पर पार्टी विरोधी काम करने के कारण अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए पार्टी ने नोटिस जारी किया है।
ये भी पढ़ें- हाइवे पर गैंगरेप और मर्डर केस में महिला ने किया बड़ा खुलासा!
- इसमें मोहनलालगंज सांसद कौशल किशोर द्वारा सपा नेता मोहम्मद दिलावर खान एवं उनकी पत्नी तथा सपा नेता अनिल सिंह चौहान एवं उनकी पत्नी निशा चौहान, सपा के जिला महासचिव धर्मेंद्र यादव एवं उनकी माता जो जिला पंचायत सदस्य हैं तथा सपा नेता कुंवर रामविलास रावत को पार्टी में शामिल करने का आरोप है।
- इतना ही नहीं इस सभी को अपने स्तर से माल मलिहाबाद ब्लाक प्रमुख का प्रत्याशी घोषित करने के कारण ज्ञान सिंह जिलामंत्री भाजपा द्वारा मलिहाबाद एवं माल क्षेत्र के ब्लॉक प्रमुख के दावेदारों के साथ जाकर क्षेत्र पंचायत सदस्यों को धमकाने का भी आरोप है।
ये भी पढ़ें- कलयुगी जीजा ने नाबालिग साली को सामूहिक बलात्कार कर किया गर्भवती!
- निशा सिंह ब्लाक प्रमुख प्रत्याशी एवं दिलावर खान माल ब्लॉक प्रमुख प्रत्याशी के पक्ष में जाकर बिना पार्टी की अनुमति से वोट करने का दबाव बनाने का भी आरोप है।
- इसके चलते मलियाबाद मंडल अध्यक्ष अरविंद शर्मा द्वारा पार्टी के बिना सहमति के ब्लाक प्रमुख प्रत्याशी के साथ प्रचार करना।
- सरोजिनी नगर मंडल अध्यक्ष मुकेश शर्मा द्वारा बिना किसी बिना पार्टी की अनुमति के ब्लाक प्रमुख सरोजिनी नगर को मंच पर बैठाना।
ये भी पढ़ें- तमंचे की नोक पर घर से किशोरी को अगवा कर 4 दिन तक किया गैंगरेप!
- इसी प्रकार बख्शी का तालाब मंडल अध्यक्ष द्वारा पार्टी की बिना अनुमति के सपा व भाजपा के नेताओं को पार्टी में शामिल करना।
- इन्हीं पार्टी विरोधी गतिविधियों का काम करने के कारण सभी से 7 दिन में जवाब मांगा गया है।
- जिससे इनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
ये भी पढ़ें- ‘मेगा कॉल सेंटर’ में लड़कियों का हंगामा