बसपा विधायक के बेटे ने facebook वॉल पर दर्द लिखकर खुद को मारी गोली!
Sudhir Kumar
उत्तर प्रदेश में चुनाव के बसपा की करारी हार के बाद अम्बेडकर नगर की कटेहरी विधानसभा सीट से बसपा के विधायक और पूर्व मंत्री लाल जी वर्मा के बेटे विकास वर्मा ने खुद को गोली मार ली।
गोली लगते ही मौके पर हड़कंप मच गया।
आनन-फानन में उन्हें घरवालों में अस्पताल में भर्ती कराया।
जहां से डॉक्टरों ने हालत को देखते हुए उन्हें लखनऊ रेफर किया है।
पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है।
यह है पूरा मामला
जानकारी के मताबिक, मामला अकबरपुर थाना क्षेत्र का है।
यहां श्रावस्ती लोकसभा क्षेत्र से पूर्व कैबिनेट मंत्री व बसपा सुप्रीमो मायावती के करीबी माने जाने वाले लाल जी वर्मा मूल रूप से अम्बेडकरनगर जिले के ग्राम मोहिद्दीनपुर पोस्ट डिहवा दौलतपुर टांडा के रहने वाले हैं।
लाल जी की पत्नी शोभावती वर्मा अम्बेडकरनगर से वर्त्तमान ज़िला पंचायत अध्यक्ष हैं।
उनके बेटे ने किसी बात को लेकर पिस्टल से खुद को गोली मार ली इससे हड़कंप मच गया।
गोली लगते ही मौके पर हड़कंप मच गया।
आनन-फानन में उन्हें घरवालों में अस्पताल में भर्ती कराया।
जहां से डॉक्टरों ने हालत को देखते हुए उन्हें लखनऊ रेफर किया है।
लालजी वर्मा पर एक मुकदमा विचाराधीन था।
इसमें धारा 184, 504 , 506 आईपीसी सहित 6 धाराओं में मुकदमा दर्ज था।
पिछले विधानसभा चुनाव में 12 जनवरी 2012 को लखनऊ के हज़रतगंज थाने में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में उनपर एफआईआर दर्ज की गयी थी।
फेसबुक वॉल लिखी दर्द भरी दास्तान
गोली मारने से पहले विकास वर्मा ने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा है कि ‘मुझे किसी से कोई गिलाशिकवा नहीं है और जानता हूँ आप सभी मुझे बहुत चाहते हैं। और मैं भी आप सभी से बहुत प्यार करता हूँ। मगर स्वास्थ्य खराब होने के कारण ना किसी से मिल पाता हूँ। यहाँ तक की फोन भी अक्सर रिसीव नहीं कर पाता, बहुत कमजोर हो गया हूँ कभी जीवन में ऐसी जिंदगी की कल्पना नहीं की थी। एक दो दिन या महीने की बात होती किसी तरह जी लेता लेकिन रोज रोज मर के जीने के बजाय एक बार मर जाना उचित समझता हूँ। कोई गलती हुई किसी के प्रति तो माफी चाहता हूँ। मेरे परिवार के लोग आपस में सामंजस्य बना कर रहिएगा और मेरे बेटों को उनकी मां, बुआ दादी पढा़ने पर जरूर ध्यान दीजियेगा। अपनी तकदीर से अब लड़ नहीं पा रहा हूं, प्लीज कोई मेरे मरने पर उदास नहीं होइएगा। जो आया है सभी को जाना पड़ता है। अपने दोस्तों से उम्मीद करता हूँ मेरी परिस्थितियों को समझकर मेरे परिवार का ढाढ़स बढ़ाइएगा और उनकी आंखों में आंसू मत आने दीजिएगा। आत्महत्या लोग कहते हैं कमजोर लोग करते हैं हो सकता है ये सही हो लेकिन अब और नहीं लड़ा जा रहा है। बहुत जगह इलाज कराया कोई सुधार नही होता दिख रहा है और मजबूरी के साथ मुझे जीना नहीं आता। आप सभी का अपना विकास वर्मा’