भारतीय सेना में सेवारत सेना चिकित्सा कोर के चिकित्सकों के लिए आयोजित मेडिकल आफीसर्स बेसिक कोर्स (एमओबीसी)-218 पूरा होने पर यहां लखनऊ छावनी स्थित सेना चिकित्सा कोर केन्द्र एवं काॅलेज के अधिकारी प्रशिक्षण काॅलेज (ओटीसी) में एक भव्य “रस्मी-परेड” आयोजित की गई। सात सप्ताह तक चले इस आधारभूत पाठ्यक्रम में सशस्त्र चिकित्सा सेवाओं के कुल 122 युवा मेडिकल एवं दंत सैन्य चिकित्साधिकारियों ने भाग लिया जिनमें 43 महिला सैन्य चिकित्साधिकारी भी शामिल थीं।
इस अवसर पर आयोजित एक आकर्षक “रस्मी परेड” का निरीक्षण सेना चिकित्सा कोर केन्द्र एवं काॅलेज के आॅफीसर्स प्रशिक्षण काॅलेज (ओटीसी) के सेनानायक एवं मुख्य अनुदेशक मेजर जनरल एसडी बेहरा ने किया तथा मार्च-पास्ट की सलामी ली। परेड टुकड़ी में सैन्य अधिकारी, जूनियर कमीशन्ड अधिकारी और अन्य रैंको के जवान शामिल थे। इस परेड टुकड़ी की कमान ले. कर्नल एनएस पुरी ने संभाली। इसके बाद विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया।
कैप्टन प्रांजल श्रीवास्तव को पाठ्यक्रम का “बेस्ट-इन-एकेडमिक अधिकारी” के लिए “मेजर लैशराम ज्योतिन सिंह अशोक चक्र स्मृति ट्रॉफी” के खिताब से नवाजा गया जबकि कैप्टन सुब्रत कुमार साहू को “बेस्ट आॅफीसर-इन-फिल्ड इवेन्ट्स” के लिए “मेजर लैशराम ज्योतिन सिंह अशोक चक्र स्मृति ट्रॉफी” प्रदान किया गया।
युवा सैन्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए मेजर जनरल एसडी बेहरा ने उनका आह्वान किया कि वे अपने चिकित्सकीय कौशलता के श्रेष्ठ मानदंडों को निभाते हुए सैन्य चिकित्सकों की शानदार परंपरा को बनाये रखें। उन्होंने इस पाठ्यक्रम में सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को बधाई दी।
मेजर जनरल एसडी बेहरा ने इस पाठ्यक्रम में युवा सैन्यधिकारियों की अपार सफलता एवं उपलब्धियों पर ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि सात सप्ताह तक चले इस पाठ्यक्रम में अधिकारियों को अपनी उच्च व्यावसायिक कार्यदक्षता को निखारने का अवसर मिला। इस अवसर पर सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों सहित पाठ्यक्रम में शामिल युवा चिकित्सा सैन्यधिकारियों के परिजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम में लोगों ने तालियां बजाकर हौसला अफजाई भी की।