उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बीते 24 मई से सूबे के जिलों के लगातार दौरे पर हैं, जिसके तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सबसे पहले कुशीनगर जिले पहुंचे, जहाँ से वे गोरखपुर के दौरे पर पहुंचे। गोरखपुर के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर गए थे। इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार 28 मई को बलरामपुर और गोंडा जिले के दौरे पर थे। जिस दौरान बलरामपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीनदयाल शोध संस्थान के कार्यक्रम में शिरकत की और कार्यक्रम का संबोधन किया।
बलरामपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संबोधन के मुख्य अंश:
थारु जनजाति के लोग महाराणा प्रताप के वंशज:
- महाराणा प्रताप देश के महानायक,
- थारु जन-जाति के लोग महाराणा प्रताप के वंशज,
- नेपाल सीमा पर बसे थारू लोग राष्ट्ररक्षक की भूमिका में हैं,
- यह वर्ष मनीषियों का जन्म-शताब्दी वर्ष है,
- नानाजी देशमुख और दीनदयाल का जन्मशताब्दी वर्ष है,
- पीएम मोदी के नेतृत्व में देश में व्यवस्था परिवर्तन का दौर शुरू हुआ है,
- सम्पूर्ण भारत के विकास का लक्ष्य तय,
- नेपाल की सीमा की सुरक्षा को लेकर थारु जनजाति कटिबद्ध है,
- महाराणा प्रताप त्याग, बलिदान की उत्कृष्ट परम्परा को प्रदर्शित करते हैं,
- समाज के हर तबके की मजबूती से राष्ट्र मजबूत होगा,
- थारु जनजाति के लिए विकास कार्य अभी तक नहीं किये गए हैं,
- थारु जनजाति के विकास को लेकर यूपी सरकार गंभीर है,
- छात्रों को फिर से छात्रवृत्ति मिलेगी।