उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अवैध खनन और वित्तीय अनियमितताओं की शिकायतों पर फतेहपुर और गोंडा के जिला मजिस्ट्रेटों को निलंबित कर दिया हैं.
फतेहपुर के जिलाधिकारी हुए बर्खास्त:
सरकार की लाख कोशिश के बावजूद भी यमुना नदी में बालू खनन से जुड़े कारोबारी मशीनों के जरिये खनन करवा कर भारी मात्रा में ट्रको में ओवर लोडिंग कराने में लगे है और यह सब जिले के अफसरों की मेहरबानी से हो रहा है.
इतना ही नही बालू घाटो से ट्रको में हो रही ओवर लोडिंग से सड़के भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है. फिर भी सरकार की आँखे नही खुल रही। इस मामले में सरकार ने सख्त रुख इख्तियार करते हुए फ़तेहपुर के डीएम कुमार प्रशान्त को सरकार ने सस्पेंड कर दिया
गोकन बालू घाट में अवैध खनन:
फ़तेहपुर जिले के गोकन बालू घाट का सरकार ने पट्टा दे रखा है, लेकिन जिले के अफसरों की मेहरबानी से यहाँ पिछले काफी से समय से बेहिचक मशीनों से बालू खनन कराकर ट्रको में ओवर लोडिंग कराई जा रही है.
रातो दिन बालू माफिया इस कार्य को सभी नियमो के विपरीत कराये जाने में लगे है. ग्रामीणों की माने तो रातो दिन खनन हो रहा है.
मामले में सस्पेंड हुए डीएम खुद मानते थे कि जिले के क्षेत्रीय विधायक ने शिकायत की है जिसके बावत खनन कार्य से जुड़े लोगो को सख्त हिदायत दी गई है। लेकिन कोई भी कार्यवाही डीएम स्तर से नही हुई.
खनन के चलते अहम मार्ग क्षतिग्रस्त:
जिले में गोकन बालू घाट से हो रही मशीनों से खनन के साथ ट्रको में ओवर लोडिंग से अशोथर विजयीपुर मार्ग से लेकर गाजीपुर अवगासी मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है.
ग्रामीणों की माने तो सड़क खराब हो जाने से आये दिन सड़क हादसे हो रहे है फिर भी ओवर लोडिंग जारी है। पिछले दिनों लगातर खबरों में आने के बाद सरकार द्वारा की गई कड़ी कारवाही से सस्पेंड हुए डीएम कुमार प्रशान्त को लेकर जिले के अफसरों में दहशत है तो सरकार ने भी ब्यूरो क्रेसी को इस बात के संकेत दिए है कि करप्शन बर्दास्त नही होगा .