परीक्षा के नाम पर लिपिक छात्रा को कर रहा ब्लैकमेल: ऑडियो वायरल
Sudhir Kumar
उत्तर प्रदेश में सरकार बदलने के बाद भी अधिकारियों की कार्यशैली में कुछ खासा परिवर्तन नहीं दिख रहा है। सरकार भ्रष्टाचार और महिला सुरक्षा के नाम पर सत्ता में आई लेकिन महिलाओं के साथ हो रही घटनाओं पर रोक लगाने की हरसंभव कोशिश के बाद भी सरकारी महकमों में नारी उत्पीड़न के मामले लगातार जारी हैं। ताजा मामला यूपी के ललितपुर जिला का है। यहां पाली थाना क्षेत्र स्थित छत्रपति शिवजी एमएसडी महाविद्यालय पाली ललितपुर के लिपिक अमित यादव का एक कथित ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। छात्रा का आरोप है कि लिपिक छात्रा को परीक्षा में फेल करने के नाम पर ब्लैकमेल कर उसे घर बुलाने का दबाव बना रहा है। पीड़ित छात्रा ने एसपी को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है। एसपी ने छात्रा की शिकायत के आधार पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
छात्रा ने प्रधानाचार्य को दिए गए शिकायती पत्र में कहा है कि वह इस महाविद्यालय में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा है। वार्षिक परीक्षा के दौरान अप्रैल महीने में हिंदी भाषा के पेपर के दिन समय पर ना आने के कारण महाविद्यालय के बाबू ने हमें फोन किया और पेपर छूटने की बात कही। इस बातचीत में उन्होंने ब्लैकमेल करते हुए कुछ अशोभनीय बातें की। जिनसे वह मानसिक रुप से पीड़ित हुई। छात्रा चाहती है कि उस बाबू के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाए ताकि उसकी तरह किसी और छात्रा को ऐसी स्थिति का सामना ना करना पड़े। वहीं पीड़िता ने इसकी शिकायत एसपी से भी करके कार्रवाई की मांग की है। छात्रा के परिवार वालों ने बताया कि मामला दबाने के लिए कॉलेज प्रशासन ने उनसे कहीं शिकायत ना करने का दबाव बनाया। आरोप है कि कॉलेज प्रशासन कह रहा था कि अगर बात उजागर की तो कॉलेज बंद हो सकता है, बेइज्जती भी बहुत होगी। लेकिन पीड़ित का कहना है कि जिसने गुनाह किया है उसे सजा मिलनी चाहिए।
छात्रा से लिपिक की बातचीत के कुछ अंश
छात्रा… हेलो! लिपिक… हां… छात्रा… सर कुछ हो नहीं सकता? लिपिक… अब बताओ हम बताओ क्या करें… छात्रा… प्लीज सर…कुछ हेल्प करो सर… लिपिक… हमारी सुनो पहले…हमारी बात सुनो… छात्रा… हां… लिपिक… हमने आप को जैसे ही देखा कि (नाम) नहीं है…हमने तुम्हे फटाक से तुम्हे फोन लगाया… तुम्हारा फोन लगा नहीं…फिर हमने दूसरी छात्रा (नाम) को फोन लगाया…उसने फोन उठाया नहीं…घंटी गई बराबर उसने फोन उठाया नहीं… छात्रा… हाँ…हाँ… लिपिक…उसने फोन काट दिया…वो फोन काट देती थी… छात्रा… अच्छा… लिपिक…फोन काट देती थी (नाम) …उसके बाद हमने तुम्हे मैसेज किया…हमने कहा कि तुम्हे चलो मैसेज कर दें… छात्रा…हाँ… फोन हमारे पास में नहीं था… हमने अभी हाल देखा फोन… हमने स्कीम देखी तो सर हम कन्फ्यूज हो गए… लिपिक… हाँ अब बताओ अब तो कुछ हो नहीं सकता…अब तो पेपर छूटने में 15 मिनट बचे हैं…ठीक है… छात्रा…सर तो कल नहीं हो सकता…मतलब आज एब्सेंट दिखाके… लिपिक… नहीं हो सकता ना…यही तो समस्या है…नहीं हो सकता… छात्रा… तो बैक तो लग जायेगा… लिपिक… नहीं बैक भी नहीं लगेगा…सीधे फेल होंगे आप…फेल होंगे…हमने तुमको फोन किया था…तब तुमने कहा था कि बताएँगे… तुम खाना बना रही थीं…आप ने कोई जबाव दिया नहीं दिया…है ना…हेलो!… छात्रा…सर प्लीज…
लिपिक…अब ये बताओ तुम…हमने आप से कहा कि हम आप का पूरा सहयोग करेंगे…आप हमें बताओ तो…मेरा दिल मत तोड़ो…हमने कहा था कि कमरे पे आ जाना…तुम नहीं आये हो…मैडम भी बोल रहीं थीं कि कह देना उससे आ जाये कोई दिक्कत नहीं…हेलो!
छात्रा… हाँ सर… लिपिक… अगर फीस की समस्या होगी तो वो भी जमा कर देंगे…ठीक है…और बताओ… छात्रा… एक पेपर का तो हो जायेगा सर… लिपिक… नहीं होता ना… छात्रा… कैसे नहीं होता सर… लिपिक… ऊंहहूँ…बैक पेपर लगता है तब दोबारा बैक पेपर होता है… जब आप की एब्सेंट चली जा रही ना… अब अगर एब्सेंट नहीं होते तो नंबर कम आते…जब नंबर कम आते तो बैक पेपर लगता है…है ना…समझ रहे हो आप… छात्रा… हाँ… लिपिक… आप का पेपर जो है…एब्सेंट अगर आप हो…लेकिन आप हमारे लिए कुछ सोच ही नहीं रहे हो आप…आंय… छात्रा… हम सर से आकर बात कर लेंगे… बड़े सर से… लिपिक… किसी से भी आप कर लेना कुछ नहीं होगा…अब्सेंटी में… अब्सेंटी जब जाती है तो कुछ नहीं होता सीधा फेल होते हैं… छात्रा…तो सर एक ही तो हुआ सर एक… लिपिक… अरे तो पूरा विषय है न वो…एक है एक…एक ही तो पेपर होता है उसमें… छात्रा… अच्छा… लिपिक… हाँ एक ही पेपर होता है… हिंदी भाषा का…आंय…अब दो पेपर होते हैं जैसे मान लो गृह विज्ञान…दो पेपर होते हैं उसमें…दो पेपर होते हैं ना… छात्रा… हाँ सर… लिपिक… आंय…अगर एक पेपर छोड़ दो…और एक दे दो तो बैक पेपर लगता है…तो दोबारा पेपर हो जाता है…इसमें एक ही पेपर होता है… छात्रा… सर प्लीज कुछ करो ना… लिपिक… आज के बाद ना तुम हमें फोन करना ना हम तुम्हें करेंगे…ठीक ओके… तो कोई बात नहीं… छात्रा…प्लीज सर… लिपिक… नहीं कुछ नहीं… हमारी बात नहीं मानना है तो क्या… छात्रा… नहीं सर हम मान गए…प्लीज सर…