- उत्तर प्रदेश के जनपद सिद्धार्थनगर का मामला।
- भले ही प्रदेश सरकार परिषदीय विद्यालयो का कायाकल्प के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
- लेकिन सिद्धार्थनगर जिले में अभी भी परिषदीय विद्यालयो की स्थिति बदहाल है।
- जिले के प्राथमिक विद्यालय अशोगवा में 174 बच्चे पंजीकृत है।
- इस विद्यालय के परिसर में हल्की सी भी बरसात होने पर पूरा परिसर तालाब बन जाता है।
- छोटे छोटे बच्चे और विद्यालय में पढ़ाने वाले शिक्षक भी इसी पानी में घूसकर विद्यालय के कमरो तक पहुँचते है।
- जब विद्यालय परिसर में पानी भरा रहता है उस समय इस पानी में गिरकर बच्चे चोटहिल भी हो जाते है।
- विद्यालय परिसर में पानी भर जाने के बाद बच्चो को एमडीएम का भोजन खाने के लिए भी जगह नही रहता है।
- काफी परेशानियो का सामना इस प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक और छात्र करते है।
समस्या पर नही दे रहा कोई ध्यान
- प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका कहती है कि इसकी जानकारी उन्होंने एक महीने पहले ही खण्ड शिक्षाधिकारी और ग्राम प्रधान को भी दी लेकिन विद्यालय के इस समस्या पर कोई ध्यान नही दे रहा है।
- वही खण्ड शिक्षाधिकारी बाँसी ने बताया कि जानकारी है सभी ऐसे विद्यालयो की सूची जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को दी जा चुकी है।
- ग्राम प्रधानों को भी अब विद्यालयो को ठीक कराने का आदेश हो गया है लेकिन इस गांव के ग्राम प्रधान और प्रधानाध्यापिका से कुछ विवाद है इसी लिए वो वहाँ काम नही करवा रहे है।
- खंड शिक्षाधिकारी के बयान के बाद सवाल उठना भी लाजमी है कि आखिर इस प्राथमिक विद्यालय में जो नौनिहाल बच्चे पढ़ने आ रहे है उनको आखिर कब एक अच्छा विद्यालय पढ़ने के लिए मिलेगा।
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