उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावो को देखते हुए सभी पार्टियाँ मतदाताओ को लुभाने में लगी हुई है। इसी कारण कई पार्टियों के बड़े नेताओं ने तो दल बदलना भी शुरू कर दिया है। बीते दिनों सपा, बसपा और कांग्रेस सहित कई पार्टियों के नेताओं ने अपनी पाटी छोड़ भाजपा की सदस्यता ली। इनमे सबसे ज्यादा झटका कांग्रेस को रीता बहुगुणा जोशी के भाजपा में जाने से लगा है।
रीता के जाने से लखनऊ की सीटो पर पड़ेगा असर :
- बीते दिन कांग्रेस की रीता बहुगुणा जोशी ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है।
- इसको यूपी में कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है।
- रीता बहुगुणा के भाजपाई बनने का असर लखनऊ की पांचो विधानसभा सीटो पर दिखाई देने वाला है।
- 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस के साथ ऐसा ही कुछ हुआ था।
- उस समय राजनाथ सिंह के मुकाबले में रीता जोशी को कांग्रेस ने उतारा था।
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- भाजपा नेता नीरज बोरा उस समय कांग्रेस के शहर अध्यक्ष हुआ करते थे।
- मगर चुनाव के पहले ही उन्होंने रीता जोशी और कांग्रेस से नाराजगी की वजह से शहर संगठन भंग करके पार्टी छोड़ दी थी।
- जिस कारण रीता जोशी करीब दो लाख वोट से चुनाव में करारी हार मिली थी।
- अब रीता बहुगुणा के भाजपाई हो जाने से शहरी संघठन का टूटना तय माना जा रहा है।
- यदि अब शहर संगठन आखिरी समय में टूटता है तो कांग्रेस की दावेदारी शहर में बहुत कम हो जायेगी।
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