उत्तर प्रदेश के कस्बा जलाली में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की गई है। यहां एक युवक के मोबाईल पर ‘जय श्रीराम’ की रिंगटोन बजने से दूसरे संप्रदाय के युवकों ने उसे धमकी दी।
- इसकी दहशत में आये पूर्व चेयरमैन के नाती और भाजपा कार्यकर्ता ने अपने घर के बाहर ‘यह मकान बिकाऊ है’ लिख दिया है।
- पीड़ित का आरोप है कि दबंगों ने पहले रिंगटोन का मजाक उड़ाया फिर कहा कि ‘रामभक्ति बंद कर दो, वरना जैसा तेरे बाबा का जो हाल हुआ वैसा ही तेरा होगा’।
- इसके बाद पीड़ित काफी भयभीत है उसने पुलिस को लिखित तहरीर दी है।
- इस सम्बंध में थाना प्रभारी पुलिस हरदुआगंज शम्भू तिवारी ने बताया कि पीड़ित युवक कुछ मानसिक रूप से भी कमजोर है उसके घरवाले भी परेशान रहते हैं।
- फिर भी पुलिस ने तहरीर के आधार पर नामजद रिपोर्ट दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।
- अब पीड़ित खुद कह रहा है कि हमने सुलह कर ली है।
यह है पूरा मामला
- जानकारी के मुताबिक, यह घटना 24 मार्च की रात साढ़े 8 बजे की है।
- यहां के हरदुआगंज थाना क्षेत्र के कस्बा जलाली निवासी मनीष अग्रवाल की जलाली बाजार में उनकी बाबा रेडीमेड गारमेंट्स नाम से दुकान है।
- मनीष के अनुसार, वह बाजार में दुकान के पास खड़े थे, तभी किसी का फोन आया।
- इस दौरान मोबाईल में ‘जय श्रीराम’ की रिंगटोन बजने लगी।
- इस पर पास ही खड़े दबंग उसे धमकी देने लगे और कहा कि रिंगटोन बदल दो।
- उसने जब मना किया तो दबंग उसे जान से मारने की धमकी देते हुए कहने लगे तुझे यहां नहीं रहने देंगे।
पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई
- धमकी के बाद से डरा मनीष घर आया और परिवार वालों को पूरी बात बताकर उसने घर के बाहर ‘यह मकान बिकाऊ है’ लिख दिया।
- पीड़ित ने अपने परिवार को असुरक्षित महशूस कर कहीं दूसरी जगह बसने की बात कही है।
- पीड़ित का आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने तहरीर के आधार पर यासीन, भोलू व अन्य के खिलाफ रिपोर्ट तो दर्ज कर ली लेकिन कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
- पीड़ित के परिवार में मनीष के पिता वीरेंद्र अग्रवाल, मां, पत्नी और एक बेटी है।
- मनीष के बाबा मूलचंद्र अग्रवाल की 17 मार्च 1998 को लाला वाले बाग में हत्या कर दी गई थी, वह जलाली के चेयरमैन थे, इसी के कारण बहुत डरा हुआ है।