उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में घाघरा नदी में किए जा रहे ड्रेजिंग कार्य के कारण घाघरा नदी के पानी का रुख मोड़ दिया गया है
- जिससे घाघरा नदी के किनारे बसे ग्राम सनावा मजरे के टेपरा गांव के किसानों की कृषि योग्य भूमि घाघरा नदी के कटान की चपेट में पूर्णतया आ गई है जिससे गांव के अस्तित्व पर भी खतरा मंडरा रहा है।
घाघरा नदी में हो रहे ड्रेजिंग के कार्य से पानी का रुख मूडा
- टेपरा गांव के ग्रामीणों ने एकत्रित होकर प्रशासन से मदद की गुहार लगाई साथ ही कहा कि अगर जल्द ही प्रशासन इसकी व्यवस्था नहीं करेगा तो हमारे गांव का अस्तित्व मिट सकता
- वहीं गांव के निवासी साहेबदीन ने बताया कि घाघरा नदी में चल रहे ड्रेजिंग के कार्य के चलते पानी का रुख मुड़ गया है
- जिससे हमारे गांव की ओर नदी का कटान तेजी से हो रहा है जिससे रामसुरेश, रामराज, रामबिलाश, रामकुमार, अमरेश आदि तमाम किसानों की गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है।
बोले जिम्मेदार
- जब इस संबंध में उपजिलाधिकारी संतोष कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि राजस्व की टीम मौके पर भेजी गई है
- टीम में राजस्व निरीक्षक लक्ष्मी नारायण त्रिवेदी, लेखपाल अजय कुमार रावत आदि से मौका मुआयना रिपोर्ट लेकर जिला अधिकारी को प्रेषित की जाएगी।
रिपोर्ट : दिलीप तिवारी/दीपक सिंह
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