नयी दिल्ली. मांस निर्यातक मोईन कुरैशी के लिए शनिवार का दिन संकट का सबब बन गया. हवाला के आरोपों में इन्हें ED ने गिरफ्तार कर लिया है. यही नहीं मोईन पर अपने रसूख और सम्बंधों के दम पर ट्रांसफर और पोस्टिंग कराने के नाम पर धन उगाही करने का आरोप भी पाया गया है. इन सब आरोपों के पीछे एक सच यह भी है कि मोईन ने ऊंचे पदों पर बैठे लोगों से काफी गहरे संबंध बना रखे थे. आइए जानें मोईन की जिंदगी और रसूख को बयां करने वाली पूरी कहानी…
फेमा और पीएमएलए दोनों के तहत हो रही कार्रवाई
- जानकारी के मुताबिक, मीट कारोबारी मोईन कुरैशी को शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा.
- दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा. उस पर कालाधन उगाही करने के साथ ही कई लगाए गए हैं.
- इससे ईडी ने लंबी पूछताछ के दिल्ली में मोईन की मनी लांड्रिग एक्ट के तहत गिरफ्तारी की है.
- बता दें कि ईडी मोईन के खिलाफ फेमा और पीएमएलए दोनों के तहत जांच कर रही है.
CBI के पूर्व निदेशक से होती थी लेनदेन की चर्चा!
- बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आईपी सिंह ने सीबीआई के पूर्व डॉयरेक्टर पर गंभीर आरोप लगाए थे.
- भाजपा नेता ने मांस निर्यातक मोइन कुरैशी से सीबीआई के पूर्व डॉयरेक्टर के बीच रिश्ते होने की बात कहते हुए कई ट्वीट किये थे.
- ट्वीट कर भाजपा नेता ने कहा था कि दोनों का एक दूसरे के घर आना जाना था.
- उन्होंने आरोप लगाया था कि CBI के पूर्व डॉयरेक्टर और मांस निर्यातक के बीच फोन में संदेश के जरिये बातचीत होती थी.
- साथ ही, ट्रांसफर पोस्टिंग की डील कर लेन देन तय होता था. सबूत के तौर पर उन्होंने बातचीत की तस्वीरें भी पोस्ट की थीं.
- उन्होंने ट्वीटर पर ये भी लिखा था कि कुरैशी के खिलाफ मोदी ने वर्ष 2014 के चुनाव में बड़ा अभियान छेड़ा था.
- उसके बाद मोइन की CBI जांच हुई. भाजपा नेता के ट्वीट्स ने सीबीआई को ही कटघरे में खड़े में कर दिया है.
- मोईन पर फरवरी 2017 में ही सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) ने भ्रष्टाचार और हवाला मामले में मांस निर्यातक मोइन कुरैशी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी.
- केस दर्ज होने के बाद उसके कई ठिकानों पर छापेमारी भी की गई थी.
- सीबीआई ने पूर्व निदेशक एपी सिंह के खिलाफ भी कुरैशी की मदद के आरोप में केस दर्ज किया था.
- सीबीआई ने पूर्व निदेशक एपी सिंह के घर पर भी छापेमारी की थी.
- सीबीआई ने कुरैशी के सहयोगी आदित्य शर्मा, ट्राइमैक्स ग्रुप ऑफ कंपनीज के मालिक प्रदीप केनरु और दूसरे अज्ञात लोगों का नाम भी एफआईआर में शामिल किये थे.
- प्रवर्तन निदेशालय (ED) के कहने पर सीबीआई ने मोइन अली के खिलाफ केस दर्ज किया था.
- इसके बाद उसके हैदराबाद, चेन्नई, दिल्ली, गाजियाबाद सहित कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर साथ ही पूर्व निदेशक एपी सिंह के आवास पर भी तलाशी ली गई थी.