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उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी मौजूदा समय में अपने सबसे बुरे समय से गुजर रही है। पार्टी में नेतृत्व की लड़ाई अब पार्टी में प्रभुत्व का झगड़ा बन चुका है। मामले की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि, सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से उतारकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया गया। जिसके बाद सपा प्रमुख साइकिल को लेकर चुनाव आयोग पहुँच गये थे, उन्हीं के पीछे-पीछे रामगोपाल यादव भी साइकिल पर अखिलेश यादव का पक्ष लेकर चुनाव आयोग जा पहुंचे थे।
आगे जानें चुनाव आयोग कब सुनाएगा साइकिल पर अपना फैसला:
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समाजवादी पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह पर मुलायम सिंह यादव खेमे और अखिलेश यादव खेमे दोनों की ओर से चुनाव आयोग में दावा ठोंका गया था।
चुनाव आयोग 13 जनवरी को सुनाएगा फैसला:
- सपा प्रमुख समाजवादी पार्टी के नाम और निशान को लेकर चुनाव आयोग पहुंचे थे।
- जहाँ उन्होंने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को अपने दस्तावेज सौंपे थे।
- वहीँ अखिलेश खेमे की ओर से रामगोपाल यादव मुख्यमंत्री अखिलेश की ओर से चुनाव आयोग पहुंचे थे।
- रामगोपाल यादव ने 6 बक्सों में करीब डेढ़ लाख डॉक्यूमेंट चुनाव आयोग के सामने प्रेषित किये थे।
- जिसके बाद चुनाव आयोग आगामी 13 जनवरी को सपा के चुनाव चिन्ह पर फैसला सुनाएगा।
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