लखनऊ के इरम गर्ल्स डिग्री कालेज में मंगलवार को ‘एक्शन रिसर्च फॉर कैपेसिटी बिल्डिंग ऑफ टीचर एजुकेटरर्स’ पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह शिक्षक शिक्षकों की क्षमता निर्माण के लिए एक क्रियात्मक शोध की कार्यशाला थी।
इरम गर्ल्स डिग्री कालेज में हुआ ‘एक्शन रिसर्च फॉर कैपेसिटी बिल्डिंग ऑफ टीचर एजुकेटरर्स’ कार्यशाला-
- इस कार्यशाला में मुख्य अतिथि प्रो० अनिल शुक्ला विशिष्ट अतिथि प्रो० यू०सी०वशिष्ठ, डॉ०सुभाष मिश्रा, निदेशक फैजी यूनुस, सैफी यूनुस, ए०एस० खान, सलाहकार यासीन, प्राचार्या डॉ० उजमा रईस, विभागाध्यक्ष आयशा अब्बासी व शहर के अन्य डिग्री कालेजों के शिक्षक उपस्थित हुए।
- कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि के दीप प्रज्जवलित करने से हुआ।
- इसके बाद सैफी यूनुस ने कार्यशाला को संबोधित किया।
- सैफी यूनुस ने कार्यशाला के आयोजन की आवश्यकता पर विचार प्रस्तुत किये ।
- फैजी यूनुस ने कहा कि क्रियात्मक शोध का स्तर सूक्ष्म होता है लेकिन इसके परिणाम बहुमूल्य होते है।
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- डॉ० सुभाष मिश्रा ने विषय वस्तु को क्रियात्मक शोध का आवश्यक विषय बताया।
- उन्होंने कहा कि एन०सी०एफ० 2015 में सन्दर्भ शोध पर बल दिया गया है।
- प्रो० यू०सी० वशिष्ठ ने नवाचार पर बल दिया जो कि शोधन-सुधार-अनुसंधान पर एक समयानुरूप ज्ञान है ।
- प्रो० अनिल शुक्ला ने क्रियात्मक शोध को भारतीय दर्शन आधारित ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ के मूलभूत नीतिसंगत वाक्य से निरूपित किया।
- अन्त में ए०एस० खान ने उपस्थित सभी सम्मानित अतिथियों का आभार प्रकट किया।
- साथ ही भविष्य में भी ऐसे ही सहयोग की अपेक्षा की।