फतेहपुर : राजधानी सहित उत्तर प्रदेश में दबंगों का खौफ थमने का नाम नहीं ले रहा है। सरकार दबंगों पर नियंत्रण रखने के लिए कितने भी जतन कर ले ये अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आ रहा हैं। हम बात कर रहे हैं एक ऐसे परिवार की जो जून की तप्ती दोपहरी में सरकार से इन्साफ की दरकार लगा रहा है लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं है। मामला फतेहपुर का है जहाँ दबंगों से धमकाए जाने के बाद एक परिवार धरने पैर बैठा हुआ है। लेकिन इस लाचार परिवार को इंसाफ कब मिलेगा ये अभी तक पता नहीं है।
इन्साफ के लिए धरने पर बैठा परिवार
- भ्रटाचार का दंश झेल रहा एक परिवार न्याय की आस में धरने पर बैठा है।
- कई दिनों से बेटियों व पति के साथ चिलचिलाती धूप में बैठी ये महिला इन्साफ की मांग कर रही है।
- लेकिन महिला की कोई सुनने वाला नहीं है।
- उसको दबंगों की धमकियां भी लगातार मिल ही रहीं हैं।
- साथ भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों की सांठ-गांठ से रिकवरी का नोटिस भी भेजा गया है।
- इस परिवार का कसूर केवल इतना है कि मकान विहीन होने के चलते उसे कालोनी आवंटित की गयी।
- कॉलोनी के बनने का समय जब आया तो दबंग प्रधान ने इनसे कालोनी की मिली धनराशि लेकर अधूरा निर्माण कराया।
- पीड़िता ने बीती 5 जून को इसकी जानकारी पुलिस से भी की थी।
- मामला असोथर थाना क्षेत्र के करूइया का डेरा मजरे पुरबुजुर्ग का है।
- इसके बाद पीड़ित परिवार ने मामले की शिकायत जिलाधिकारी मदन पाल आर्य से की।
- डीएम से गुहार लगाने के बाद उसे न्याय तो नहीं मिल सका।
- ऐसे में ननकी अपने पति राम प्रसाद व पांच छोटी-छोटी बेटियों के साथ न्याय के लिये नहर कॉलोनी परिसर में धरने पर बैठने को मजबूर हो गयी।
- बीती 14 जून से चिलचिलाती धूप में धरने पर बैठे गरीब परिवार की सुधि लेने का किसी के पास समय नहीं है।
- अब कोई मीडियाकर्मी यदि इस परिवार से कुछ पूछता है तो सभी रोने लगते हैं।
- पीड़िता ने बीती 15 जून के बाद आज फिर सूबे के मुखिया समेत उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र भेज कर न्याय की गुहार लगायी है।
- उसका कहना था कि यदि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं होती तो परिवार समेत आत्मदाह करने को मजबूर होंगे।