उत्तर प्रदेश में दो दिन पहले हुई मूसलाधार बारिश के पानी से गोमती नदी में घुले जहरीले पानी से हजारों की संख्या में मछलियां मर जाने से हड़कंप मच गया है।
देखिये एक्सक्लूसिव तस्वीरें:
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मर गईं हजारों मछलियां
- गोमती नदी के पानी में जहर घुल जाने से हजारों मछलियां मर गई हैं।
- शनिवार को सुबह नदी के किनारे बसें लोग व मछुआरों को इसकी सूचना मिली तो वह मछलियां बीनने पहुंच गए।
- बड़ी संख्या में मछलियां मारने की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और पड़ताल में जुट गए हैं।
- जिम्मेदारों का मानना है कि नदी का पानी औद्योगिक क्षेत्र के कचरे और अन्य पदार्थों की वहज से जहरीला हो गया है।
- इससे मछलियां मर गईं हैं, मामले की जांच की जा रही है।
- वहीं मछलियां बीनकर बच्चों ने डालीगंज पुल पर मरी मछलियों की बिक्री शुरू कर दी।
- मछलियां बीनने का काम कई घंटे तक चलता रहा।
- लेकिन सवाल है कि अगर जहरीले पानी से मछलियां मर सकती हैं तो क्या इनको खाने से कोई बीमारी नहीं होगी?
दुर्गध के साथ फ़ैल सकती हैं बीमारियां
- मछुआरों ने बताया कि जितनी मात्रा में मछलियां मरीं हैं उनसे पूरे क्षेत्र में दुर्गध के साथ बीमारियां भी फैल सकती हैं।
- इन मछलियों के सेवन से सेहत के लिए भी खतरा है।
- लोगों को सोच समझकर इन्हें खाना चाहिए नहीं तो बीमारी की चपेट में आ सकते हैं।
- लोगों का कहना है कि हरसाल बारिश के पानी के साथ औद्योगिक कचरा नदी को प्रदूषित करता है।
- हजारों, लाखों मछलियां मरतीं हैं, लेकिन सूचना के बाद भी अफसर कुछ नहीं कर पाते हैं।
- मामले की शिकायतें भी की जाती रही हैं, लेकिन अधिकारी कोई ध्यान नहीं देते हैं।
- अधिकारी खानापूर्ति के लिए आते हैं और पड़ताल के बाद वापस चले जाते हैं।