यूपी कि योगी सरकार चाहे कितने भी प्रयास क्यों ना कर ले लेकिन पशु तस्कर बाज़ आने का नाम नहीं ले रहे हैं. अवैध स्लाटर हाउस और गौ तस्करी को प्रतिबंधित लगने के बावजूद भी ये लोग तस्करी करने में पीछे नहीं हैं. फर्क बस इतना है कि तरीका बदल गया है.योगी सरकार ने अवैध स्लाटर हाउस और गौ तस्करी को प्रतिबंधित करने के लिए कडे कानून बनाये थे. लेकिन वह कानून कितना कारगर साबित हो रहा है इसका खुलासा आज जनपद मे उस वक्त हुआ. जब पशुओ से लदे वाहन को हिन्दू वाहिनी के कार्यकर्ताओ ने पकडा जो आजमगढ से चलकर बिहार को तरफ जा रहा था.
पुलिस को देते हैं पैसा
- जनपद गाजीपुर ही नही पूरे प्रदेश मे योगी सरकार बनने के बाद पशु तस्करी पर बैन लग गया था.
- बावजूद इसके पशु तस्कर अपने कारनामों से बाज़ नहीं आये.
- शनिवार को इसी से जुड़ा एक नया मामला सामने आया है.
- जिसमे पशुओ से लदे वाहन को हिन्दू वाहिनी के कार्यकर्ताओ ने पकड़ लिया.
- ये पशुओ से लदा वाहन आजमगढ से चलकर बिहार को तरफ जा रहा था.
- हिन्दू युवा वाहिनी के लोगो को जैसे ही सूचना मिली वह आजमगढ की सीमा पर पहुच गए.
- जहाँ 50 गाडीयो मे पशु भरकर बिहार जा रहे थे.
- सदस्यो ने तडके ही गंगा नदी पर बने हमीद सेतु के पास इनकी धर पकड करना आरम्भ कर दिया.
- वाहिनी के लोगों ने इन्हे पकड कोतवाली पुलिस को जानकारी दी.
- इनके जद मे कुल आठ वाहन आये जिसमे दुधारू पशु अमानवीयता तरीके से भरे पडे थे.
- कोतवाल भी तत्काल मौके पर पहुच इन सभी के खिलाफ कारवाई करते हुए उन्हें कोतवाली ले आए.
- पशु तस्करो से जब पूछा गया कि पशु तस्कर कैसे जानवरो को प्रदेश से बाहर ले जा रहे है .
- इस पर उनका जवाब सुनकर पुलिस के भी होश फाकता हो गए.
- तस्करो ने बताया कि पुलिस को चकमा देकर नही बल्कि नकदी देकर वे निकल जाते है.
- इस खिलासे में उन्होंने प्रत्येक थाने और पुलिस चैकियो का रेट भी बताया.
- इस तरह आजमगढ से बिहार तक जाने मे एक गाडी पर करीब 6000 रूपया का खर्च आता है.
- पुलिस अधीक्षक ने बताया की आज 15 गाय 4 भैस और 9 बछडा पकडें गए है.
- पशु दुधारू है लेकिन उन्हे क्रुरता पुर्ण तरीके से बिहार ले जाया जा रहा था
- पुलिस के द्वारा पैसे लेकर पशुओ की गाडी छोडे जाने पर कहां की यह जांच का विषय है.