उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ट नेता और संसदीय कार्यमंत्री आजम खा और प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक के बीच पिछले कुछ दिनों से चली आ रही कड़वाहट अब सबके सामने आ चुकी है। आजम खा ने कुछ दिन पहले ही राज्यपाल राम नाईक पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह उत्तर प्रदेश में एक ऐसी पार्टी के इशारों पर कार्य कर रहें हैं जिसका मकसद प्रदेश की अखिलेश सरकार को बदनाम करना है।
उन्होंने राज्यपाल पर इससे भी ज्यादा गम्भीर आरोप विधानसभा में बोलते हुए लगाये थे जिसमें उन्होने कहा था कि राजभवन में पिछले कई दिनों से महापौर को पद से हटाने से सम्बन्धित विधेयक रूका हुआ है, जिसकी वजह से प्रदेश सरकार महापौर को उसके पद से हटाने के लिए उचित कार्यवाही नही कर पा रही है। महापौर को पद से हटाने वाले विधेयक को राज्यभवन में रोके रखना इस बात की गवाही देता है कि एक विशेष पार्टी राज्यपाल को यह सदेंश दे रही है कि वह महापौर के भ्रष्टाचार को अपना सरंक्षण दे।अपने खिलाफ ऐसे बयानों को सुनने के बाद राज्यपाल राम नाईक ने भी आजम खा की जमकर आलोचना की थी। राज्यपाल ने आजम खान की योग्यता पर तमाम तरह के सवाल उठायें थे। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय से विधानसभा की उस दिन की कार्यवाही की सीडी भी तलब की थी जिस दिन आजम खा ने उनके ऊपर तमाम आरोप लगाये थे।
आज इन्ही सारे मुद्दों पर चर्चा करने के लिए राज्यपाल ने विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय को बुलाया है।