बारिश के साथ ही राजधानी सहित सभी जगहों पर मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ने लगा है। यही वजह है की इसको लेकर स्वास्थय विभाग भी सतर्क हो चुका है। ऐसी स्तिथियों को देखते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। विभाग के कर्मचारी घर-घर जाकर कूलर आैर अन्य जल संग्रहित करने वालों सामानों की जांच करेंगे। यदि किसी के घर के एकत्रित पानी में मच्छर का लार्वा पाया जाता है तो प्रथम बार मकान मालिन को नोटिस जारी की जाएगी।
ये भी पढ़ें : लखनऊ के शहरी इलाकों में धारा 144 लागू!
विभाग के अधिकार घर-घर जाकर करेंगे जांच
- हर साल डेंगू, मलेरिया जैसे मच्छर जनति रोग पनपने से कई लोगों की मौत हो जाती है।
- इस साल ऐसी घटनाओ से बच्चा जा सके इसी के मद्देनजर सतर्कता बरती जा रही है।
- स्वास्थय विभाग ने लोगों से भी अपील की है की वो भी अपने घरों में सफाई रखे।
- डेंगू, मलेरिया जैसे मच्छर जनति रोग पनपने न पाएं, इसलिए प्रत्येक रविवार को ड्राई डे के रूप में मनाया जाएगा।
- इसके तहत घरों में कूलर का खाली करने के बाद अच्छी तरह पोछने के बाद ही फिर से पानी भरेंगे।
- घर के अंदर एसी का पानी, गमलों के नीचे की ट्रे को साफ रखें।
- छत पर पड़ा हुआ कबाड़ खाली डिब्बे, टायर को नष्ट करें, जिससे मच्छरों को पनपने के लिए स्थान न मिले।
- यह निर्णय मुख्य चिकित्साधिकारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया।
- बैठक में सीएमओ डा. जीएस बाजपेयी ने कहा कि कर्मचारी घर-घर जाकर कूलर आैर अन्य जल संग्रहित करने वालों सामानों की जांच करेंगे।
- यदि किसी के घर के एकत्रित पानी में मच्छर का लार्वा पाया जाता है।
- तो प्रथम बार मकान मालिन को नोटिस जारी की जाएगी।
- एक सप्ताह बाद उस घर को पुन: चेक किया जाएगा।
- यदि एकत्रित जल मेें मच्छरों के लार्वा पाए जाते हैं।
- तो संबंधित के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने की संस्तुति कर दी जाएगी।
- जिसका पूर्ण उत्तरदायित्व घर के मुखिया का होगा।