हेपेटाइटिस बी के वायरस HIV के मुकाबले सौ गुना तेजी से फैलते हैं। आकड़ों पर नज़र डालें तो आप देखेंगे जी भारत में हैपेटाइटिस बी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हेपेटाइटिस बी अब एक स्वास्थ्य चुनौती बनी हुई है। भारतीय जनसंख्या का तीन से पांच फीसदी हिस्सा हेपेटाइटिस बी संक्रमण से जूझ रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि मोटापे की वजह से हेपेटाइटिस बी बढ़ रहा है।
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फैटी लिवर की समस्या है आम
- आज विश्व हेपेटाइटिस दिवस है ये हर साल 28 जुलाई को मनाया जाता है।
- हेपेटाइटिस बी एक वायरस है जो लिवर को संक्रमित करता है। और इससे जीन संक्रमित हो रहे हैं।
- आजकल लोगों में मोटापे की समस्या भी आम है।
- मोटापे से लिवर फैटी हो जाता है और फैटी लिवर में ऐसे केमिकल बनने लगते हैं।
- जो कि सामान्य कोशिकाओं को हानि पहुंचाते हैं।
- हेपेटाइटिस संक्रामक बीमारियों का एक समूह है, जिसे हेपेटाइटिस ए, बी, सी, डी और ई के रूप में जानते हैं।
- ये असुरक्षित रक्त संक्रमण, असुरक्षित यौन संबंध, असुरक्षित सुइयों के प्रयोग से होता है.
- साथ ही मां से गर्भस्थ शिशु में वायरस का संचारित होना इसकी मुख्य वजह है।
- केजीएमयू के गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो.सुमित रूंगटा ने इस बारे में बताया।
- उन्होंने कहा कि विश्व में 240 मिलियन लोग हेपेटाइसिट बी से ग्रसित हैं।
- अत्यधिक मात्रा में अल्कोहल का सेवन करने पर लिवर सिरोसिस होता है लेकिन एेसा नहीं है।
- अल्कोहल तो इस रोग का एक कारण है।
- मोटापे के कारण पनपने वाला हेपेटाइटिस-बी भी लिवर के लिए घातक है।
- उन्होंने बताया कि लिवर की जांच कराते रहे क्योंकि अब फैटी लिवर की समस्या आम है।
- सही समय पर रोग की पहचान कर उसका इलाज किया जा सकता है।
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हेपेटाइटिस बी के लक्षण
- पेट में दर्द होना।
- शारीरिक कमजोरी महसूस होना।
- मल का रंग काला होना।
- अत्याधिक मोटापा।
- वजन कम होना।
- खून की उल्टी होना।
- ज्यादा हिचकी आना।
- आंखें और पेशाब पीली होना।
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ऐसे करें बचाव
- खून चढ़वाने से पहले टेस्ट करवा लें।
- एक सीरिंज, दो बार इस्तेमाल न करें।
- असुरक्षित यौन संबन्ध से बचे।
- दूसरों का टूथब्रश इस्तेमाल न करें।
- सफाई का ध्यान रखें।
- साबुन से हाथ धोकर ही भोजन करें।