बुलंदशहर गैंग रेप मामले में की गई जांच पर उत्तर प्रदेश सरकार ने गुरुवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट में स्थिति रिपोर्ट दाखिल की थी। रिपोर्ट पर विचार करने के बाद मुख्य न्यायाधीश डी बी भोसले और न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा की एक खंडपीठ ने मामले में 12 अगस्त से सुनवाई शुरू करने का फैसला किया है।
- गौरतलब है कि 29 जुलाई को बुलंदशहर में हुई गैंग रेप की घटना पर कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया था।
- इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर महिलाओं के विरूद्ध अपराधों पर तीखी टिप्पणी की है।
- कोर्ट ने कहा कि महिलाओं के साथ लगातार घटनाएं हो रहीं हैं, ऐसे में पुलिस कर क्या रही है?
- कोर्ट ने कहा कि फिर से अखबार में रेप की घटना छपी है। पुलिस ने इस घटना में क्या काइवाई की।
- इसके साथ ही कोर्ट ने गुरूवार को हुई एक घटना पर रिपोर्ट मांगी है।
- गुरूवार को अपर महाधिवक्ता ने बुलंदशहर राजमार्ग-91 पर हुए गैंगरेप के मामले की विवेचना रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में पेश की।
- साथ ही एसपी का हलफनामा भी पेश किया।
बुलंदशहर गैंगरेपः हाईकोर्ट ने पूछा क्यो ना सीबीआई जांच करायी जाए?
भाजपा का प्रदर्शनः
- बीजेपी ने बुलन्दशहर में एक लड़की और उसकी मां के साथ हुए सामूहिक रेप काण्ड के विरोध में प्रदर्शन किया।
- बीजेपी ने राजधानी लखनऊ में ‘मां-बेटी के सम्मान में, बीजेपी मैदान में’ का नारा लगाते हुए प्रदर्शन किया।
- प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमण्डल ने राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात की।
- गैंगरेप मामले की सीबीआई जांच और कैबिनेट मंत्री आजम खां के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा।
- वहीं, राज्यपाल ने भी कहा कि वह खुद इस घटना से आहत हैं।
- राज्यपाल ने कहा कि वह मामले की जांच के लिये केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र लिखेंगे।
- रेप काण्ड के विरोध में राजधानी लखनऊ में बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा लखनऊ के महापौर दिनेश शर्मा के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया।