एक बड़ी राजनैतिक पार्टी से गठबंधन कर सकती है सपा
जैसे जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे समाजवादी पार्टी अपने बल को मजबूत करने में जुट गई है। सूत्रों की माने जल्द ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष अखिलेश यादव एक बड़ी पार्टी से गठबंधन के लिए उठा सकते है एक कदम। जिसके अनुसार आकलन किया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की रैली में शामिल होंगे। यह रैली 19 जनवरी को कोलकाता में प्रस्तावित है। तृणमूल कांग्रेस की ओर आयोजित होने रही विपक्ष की रैली में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे करने वाले हैं। सूत्रों के मुताबिक इस रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शामिल नहीं होंगे। वह अपनी जगह पार्टी का प्रतिनिधित्व करने के लिए वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजेंगे।
- जानकारी के मुताबिक इस रैली में आने के लिए संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी भेजा गया था आमंत्रण।
- लेकिन उन्होंने रैली में शामिल नहीं होने का किया फैसला।
- माना जा रहा है कि इसकी वजह कांग्रेस की स्थानीय इकाई का है स्टैंड।
- दरअसल, पश्चिम बंगाल में कांग्रेस लड़ने के पक्ष में है अकेले चुनाव।
- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आयोजित करने जा रही हैं विपक्षी दलों की रैली।
केंद्र में बीजेपी को कमजोर कर देने के इरादे से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव उठा सकते है ये कदम
चुनाव के नजदीक आता देख केंद्र में बीजेपी को कमजोर कर देने के इरादे से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अन्य राज्यों में गैर भाजपाई गठजोड़ को ताकत देना शुरू किया है। अखिलेश यादव 19 जनवरी को कोलकाता के परेड ग्राउंड में होने वाली तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मेगा रैली में शामिल होंगे। अखिलेश के साथ रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी भी उपस्थित रहेंगे। रैली में 15 लाख लोगों की भीड़ को जुटाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें शामिल होने के लिए प्रमुख विपक्षी नेताओं के साथ पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरूण शौरी व वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण को भी आमंत्रित किया है।
- बसपा सुप्रीमो मायावती और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भी भेजा है न्यौता।
- लेकिन मायावती के शामिल होने के बारे में अभी नहीं हो पायी पुष्टि।
- जबकि राहुल गांधी रैली में शामिल नहीं होंगे। कांग्रेस की तरफ से वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खडग़े शामिल होने की है चर्चा।
- रैली को देखा जा रहा है विपक्ष के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर।