उत्तर प्रदेश की विधानसभा में बीते 12 जुलाई को नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी की टेबल के नीचे विस्फोटक पदार्थ PETN मिलने की बात कही गयी थी, जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी की सिफारिश पर विधानसभा अध्यक्ष ने NIA को जांच सौंपी दी थी। वहीँ विस्फोटक के PETN के होने न होने को लेकर काफी राजनीति हुई थी, जिसके बाद NIA ने विधानसभा में मिले विस्फोटक को जांच के लिए हैदराबाद स्थित FSL भेजा था, जिसके तहत रविवार को FSL ने अपनी रिपोर्ट(hyderabad FSL report) सौंप दी है।
विधानसभा में मिला PETN निकला QUARTZ(hyderabad FSL report):
- यूपी विधानसभा में मिले विस्फोटक PETN को जांच के लिए हैदराबाद भेजा गया था।
- जिसके बाद रविवार को हैदराबाद FSL ने अपनी रिपोर्ट NIA को सौंप दी है।
- हैदराबाद FSL ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि, यूपी विधानसभा में मिला पाउडर PETN नहीं है।
- रिपोर्ट में पाउडर को QUARTZ बताया गया है।
- गौरतलब है कि, आगरा FSL ने भी पाउडर के PETN होने के दावे को ख़ारिज किया था।
कितना खतरनाक है QUARTZ?(hyderabad FSL report):
- PETN विस्फोटक बहुत ही खतरनाक होता है, जिसे आतंकी गतिविधियों में इस्तेमाल किया जाता है।
- इसके साथ ही कहा जा रहा था कि, PETN की आधा किलो मात्रा पूरी विधानसभा को उड़ा सकती है।
- तो सवाल ये उठता है कि, QUARTZ कितना खतरनाक होता है।
- जिसका जवाब है, आधा किलो QUARTZ से पूरी विधानसभा को चमकाया जा सकता है।
- जी हाँ, QUARTZ का इस्तेमाल शीशे, लकड़ी और धातु की चीजों को चमकाने के लिए किया जाता है।
आगरा FSL ने भी की थी PETN न होने की पुष्टि(hyderabad FSL report):
- रविवार को हैदराबाद FSL ने यूपी विधानसभा में मिले पाउडर को QUARTZ बताया है।
- गौरतलब है कि, इससे पहले आगरा FSL ने भी अपनी रिपोर्ट में पाउडर के PETN न होने की बात कही थी।
- जिसके बाद आगरा FSL की रिपोर्ट को प्रशासन ने खारिज कर दिया था।
- इसी क्रम में NIA ने पाउडर को हैदराबाद FSL में भेजा था।
लखनऊ FSL ने घोषित किया था PETN(hyderabad FSL report):
- हैदराबाद FSL ने यूपी विधानसभा में मिले पाउडर को QUARTZ बताया है।
- जिसके बाद विधानसभा में आतंकी गतिविधि पर संशय खत्म हो गया है।
- गौरतलब है कि, राजधानी लखनऊ स्थित FSL ने विस्फोटक को PETN बताया था।
- जिसके बाद इस रिपोर्ट पर काफी सवाल खड़े किये गये थे।
- क्योंकि आगरा FSL ने अपनी रिपोर्ट में पाउडर के PETN न होने की पुष्टि की थी।
- जिसके बाद यह खुलासा भी हुआ था कि, लखनऊ में स्थित FSL के पास PETN जांचने के उपकरण ही नहीं हैं।