आज देश भले ही 21वीं सदी में पहुंच गया हो और उसे एक उभरती हुई आर्थिक महाशक्ति के रूप में देखा जा रहा हो, लेकिन 21वीं सदी की इस तस्वीर का दूसरा कड़वा सच ये भी है कि आज भी लड़के और लड़की में भेदकर भ्रूण हत्या और गर्भपात जैसे अपराध चोरी छिपे हो रहे हैं, हालांकि सरकार भ्रूण हत्या और गर्भपात को रोकने के लिए सख्त कानून बनाने के साथ इसपर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश भी दे रही है, लेकिन इसके बावजूद गर्भपात का ये गोरखधंधा धड़ल्ले से चल रहा है.
अमेठी में बेखौफ चल रहा ये गोरखधंधा:
- बता दें कि सूबे के जनपद अमेठी में भी स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही साफ़ नजर आ रही है.
- जिसके चलते यहाँ गर्भपात का यह अवैध खेल प्राइवेट नर्सिंग होम्स के साथ झोलाछापों क्लीनिक में बेखौफ चल रहा हैं.
- सूत्रों की माने, तो आशा बहु के पद पर तैनात कई महिलाएं गर्भपात के गोरखधंधे को बेखौफ खुलेआम चला रही हैं.
- इसके लिए ये महिलाएं गर्भपात कराने वाली महिलाओं और लड़कियों से मनचाही रकम वसूल रही हैं.
- वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं है.
- इसी तरह से ये महिलाएं चंद पैसों के लिए इस गोरखधंधे में अपना सहयोग दे रही हैं.
अभियान चलाकर होगी कार्यवाही:
बता दें कि अमेठी के मुख्य चिकित्साधिकारी आर एम श्रीवास्तव ने भ्रूणहत्या और गर्भपात जैसे मामले पर जल्द ही सतत अभियान चलाकर इसमें लिप्त दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की बात कही हैं.