जौनपुर। यूपी के जौनपुर में बीते कुछ महीनों पहले प्रोजेक्ट मैनेजर के अपहरण और रंगदारी मांगने के आरोप में जिला जेल में बंद बाहुबली सांसद धनंजय सिंह की जमानत मंजूर हो गई जहा शुक्रवार को जेल से बाहर आए इस दौरान जेल के बाहर धनंजय सिंह के समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा।
मीडिया से बातचीत में कही ये बातें।
वही जेल से बाहर आते ही धनंजय सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए धनंजय सिंह ने अपने आपको बेकसूर बताते हुए कहा कि जिले नामामि गंगे प्रोजेक्ट द्वारा कराये जा रहे कार्यो में भारी धांधली किया जा रहा है। जनता का पैसा लूटने वाली कम्पनी ने अधिकारियो को गुमराह करके मुझे जेल भेजा गया है। जबकि इसी मामले में यहा की जनता और समाजसेवी लोग पहले से उठाते रहे है। मेरे जेल जाने से पहले वही अधिकारी कोर्ट में हलफनामा देते है कि सब कुछ काम ठीक चल रहा है जबकि मेरे जेल जाने के ठीक तीन दिन बाद वही अधिकारी अपने अधिकारी को पत्र लिखते है कम सही नही चल रहा है।
मल्हनी उप विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर कही ये बातें।
मल्हनी उप विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि मेरी पार्टी मुझे चुनाव लड़येगी तो मै चुनाव लडूगां। उन्होने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने प्रेस के सामने कहा कि यह सीट भाजपा -निषादराज गठबंधन में दिया जाय। धनंजय ने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव में जौनपुर सीट बीजेपी के खाते में जाने के कारण मैने चुनाव नही लड़ा। लेकिन विधानसभा चुनाव में मल्हनी सीट पर निषादराज पार्टी रनर रही है इस लिए यहां मेरे पार्टी की दावेदारी बनती है।
ये था मामला इस वजह से पुलिस ने की थी कार्यवाही।
बीते 10 मई 2020 को लाइन बाजार थाने में नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह व संतोष विक्रम सिंह के खिलाफ अपहरण तथा हत्या की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया था।
#जौनपुर : पूर्व सांसद धनंजय सिंह को कल कोर्ट से मिली थी जमानत,आज हुए रिहा. https://t.co/4ttdzJ9CZi
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) August 28, 2020
प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल का आरोप लगाया था कि धनजंय सिंह ने वहां पर प्रोजेक्ट की साइट पर उनके गुर्गे को ही गिट्टी तथा बालू आपूर्ति का काम देने का दवाब डाला था। धमकी दी थी कि ऐसा न करने पर हत्या तथा अपहरण की धमकी दी थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद उसी रात धनंजय सिंह को नगर के कालीकुत्ती मोहल्ले से उनके आवास से गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था।