राजधानी के काकोरी थाना क्षेत्र के दोना गांव में पिछले रविवार देर रात असलहे से लैस बदमाशों ने सपा के जिला उपाध्यक्ष व प्रधान पति मोहम्मद असलम (45) की चुनावी रंजिश में गोली मार कर हत्या कर दी थी।
- हमले के वक्त उनके साथ मौजूद भाइयों सगीर, समीम और मुन्ना को भी गंभीर चोटें आईं।
- पुलिस ने इस हत्याकांड में चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा करने का दावा किया है।
- इस घटना के बाद से मुख्य अभियुक्त समेत कुल 6 लोग अभी फरार हैं जिनकी तलाश में पुलिस की टीम छापेमारी कर रही हैं।
- साथ ही पुलिस ने हत्या में प्रयोग किय गए असलहे भी बरामद कर लिए हैं।
एएसपी ग्रामीण ने किया खुलासा
- एएसपी ग्रामीण प्रताप गोपेंद्र यादव ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि 29 जनवरी की रात हुए इस हत्याकांड में सपा के जिला उपाध्यक्ष एवं पूर्व प्रधान मृतक असलम (45) के घरवालों ने 10 लोगों के खिलाफ नामजद हत्या और जान से मारने के प्रयास मुकदमा दर्ज कराया था।
- इसकी पड़ताल में काकोरी पुलिस ने नामजद दोना गांव निवासी अभियुक्त आदिल, कलीम, इब्राहिम और मेहरबान को गिरफ्तार कर लिया है।
- पुलिस ने आरोपियों के पास से 315 बोर का एक देशी तमंचा, बांका और घटना में इस्तेमाल डण्डा भी बरामद हुआ है।
- इस मामले में मुख्य आरोपी समेत छह अभियुक्तों की भी शीघ्र गिरफ़्तारी कर ली जाएगी।
- पुलिस ने अभी अभियुक्तों को जेल भेज दिया है।
- पूछताछ में पता चला कि अभियुक्तों ने कीमती जमीन के विवाद में मृतक की हत्या करने के साथ ही 3 अन्य को गंभीर रूप से घायल कर दिया था।
- इस मामले में मृतक पर आरोपियों ने कई बार पहले भी हमला किया था।
- इसकी मृतक ने पुलिस से शिकायत की भी थी।
- बावजूद पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जिसके चलते मनबढ़ आरोपियों ने इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दे डाला।
- पुलिस की लापरवाही का खुलासा होने के बाद ही एसएसपी लखनऊ मंजिल सैनी ने मामले में घुरघुरी तालाब चौकी इंचार्ज अवधेश सिंह यादव, बीट में तैनात हृदयेश कुमार,
- प्रथम सिंह, मनीष यादव, हरगोविंद यादव, रमेश यादव, रमेश चंद सोनकर, को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था।
यह था पूरा मामला
- काकोरी के दोना गांव में 29 जनवरी की देर रात असलहे से लैस बदमाशों ने सपा के जिला उपाध्यक्ष व प्रधान पति मोहम्मद असलम (45) की चुनावी रंजिश में गोली मार कर हत्या कर दी।
- हमले के वक्त उनके साथ मौजूद भाइयों सगीर, समीम और मुन्ना को भी गंभीर चोटें आईं हैं।
- घरवालों की माने तो वारदात से पहले मृतक असलम के पास किसी अज्ञात व्यक्ति का फोन आया था।
- फोन करने वाले ने कहा था कि तुम्हें गांव के बाहर कुछ लोग गालियां दे रहे हैं।
- इस पर मृतक गांव के बाहर गया था पहुंचकर बात करता हूं।
- वह अपने भाईयों के साथ गांव के बाहर पप्पू के मकान के पास पहुंचे थे।
- तभी पहले से घात लगाये बैठे बदमाशों ने असलम को कई गोलियां मारी और बांके से हमला कर मौत के घाट उतार दिया।
- जबकि बचाव में दौड़े सगीर, मुन्ना और समीम पर बदमाशों ने बांके और लाठी डण्डों से हमला कर घायल कर दिया था।