उत्तर प्रदेश राज्य सडक़ परिवहन निगम ने उत्तर प्रदेश शासन को प्रस्ताव भेज कर मांग की है कि उसे प्रदेश के उन सभी रूटों पर बस संचालन की अनुमति प्रदान की जाए जिनका निर्माण लोक निर्माण विभाग ने किया है। निगम ने अपने प्रस्ताव में यह भी कहा है कि पीडब्लूडी से बसों को चलाने के लिए उसे अनुमति का इंतजार ना करना पड़े बल्कि यात्रियों की सुविधा को देखते हुए रोड निर्माण करने पर उसे बसों के संचालन की छूट दे दी जाए। इससे जहां बसों को नए रूट मिल सकेंगे वहीं यात्रियों को परिवहन निगम की बसों में सफर करने की सुविधा मिलेगी।
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पीडब्लूडी की सडक़ पर दौड़ेगी रोडवेज
- बसों के संचालन के लिए प्रदेश में मौजूद सडक़ों में महज नौ फीसदी रूट पर ही बसों के संचालन की अनुमति है।
- परिवहन निगम की बसों से सफर करने वाले मुसाफिरों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
- लेकिन, निगम की बसें कई साल पहले निर्धारित किए गए रूटों पर ही अब तक दौड़ रही हैं।
- 100 बसों के साथ शुरू हुए परिवहन निगम का बस बेड़ा बढक़र 12500 से ऊपर पहुंच गया है।
- इनमें हर साल यात्रा करने वालों की संख्या 53 करोड़ के ऊपर पहुंच गई है।
- इतना ही नहीं परिवहन निगम के पास प्रदेश में विभिन्न जगहों से बसें चलाने की मांग भी आ रही है।
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- रूट पर चलने की अनुमति न मिलने के कारण वह उन रूटों पर बसों का संचालन नहीं कर पा रहा है।
- नए रूट निर्धारित ना होने के कारण सरकार की प्रदेश में 3000 से अधिक गांवों को परिवहन निगम की बसों से जोडऩे की योजना भी अधर में लटकी हुई है।
- हाल यह है कि पिछले तीन महीने में 435 नए रूटों पर बसों के संचालन की अनुमति शासन से मांगी थी।
- जिसके जवाब का इंतजार परिवहन निगम आज भी कर रहा है।
- ऐसे में निगम ने शासन को पत्र लिख यह मांग की है प्रदेश में जो भी रूट पीडब्लूडी तैयार करेगा।
- उस पर निगम की बसों के संचालन की अनुमति मिलनी चाहिए।
- उत्तर प्रदेश राज्य सडक़ परिवहन निगम के एमडी पी. गुरु प्रसाद ने जानकारी दी है।
- प्रदेश में लोक निर्माण विभाग द्वारा तैयार की गई सडक़ों पर बसों को चलाने की अनुमति शासन से मांगी है।
- साथ ही यह समझौता किया जा रहा है कि पीडब्लूडी की रोड तैयार होते ही हम बसों का संचालन करेंगे।
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