लखनऊ-
- लखनऊ की साइबर सेल और हजरत गंज पुलिस की संयुक्त टीम ने एक ऐसे गिरोह के चार लोगों को पकड़ने मे सफलता हासिल की है जो लोगों के ATM कार्ड धोखे से बदल कर उनके बैंक अकाउंट से लाखो रूपए निकाल कर ऐशो आराम और लक्ज़री की जिंदगी जीते थे.
- पुलिस ने इनके पास से करीब चार मोबाईल,16 ATM कार्ड,एक बुलेरो गाड़ी व सोलह हजार रूपए नगद बरामद करने में सफलता प्राप्त की है , पुलिस सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर इन पर उचित विधिक कार्यवाही करने मे जुट गई है.
04 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गयी-
- लखनऊ मे पिछले दिनों मोहनलाल गंज थाने मे एक मुकदमा पंजीकृत किया गया और इस मुक़दमे की विवेचना ,विवेचक द्वारा साइबर सेल से अज्ञात अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु मदद मांगी ,इसके पश्चात साइबर क्राइम सेल हजरतगंज व थाना हजरतगंज की पुलिस ने इन अभियुक्तों के मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाए गए
- साइबर सेल और हजरतगंज की संयुक्त टीम ने उक्त प्रकरण में दबिश देकर 04 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गयी.
वृद्ध या कम पढ़े लिखे लोगों को बनाते थे निशाना-
- वही पुलिस की माने तो अभियुक्तों से पूछताछ में बताया की हम लोग सर्वप्रथम ए. टी. एम. मशीनो के पास जाकर रेकी की जाती थी और हम लोग ऐसे व्यक्तिओं को टारगेट करते थे जोकि देखने में कुछ वृद्ध या कम पढ़े लिखे होते थे जोकि ए. टी. एम. से पैसे निकालने जाते थे ,हम लोग ऐसे लोगो के पास जाकर खड़े हो जाते थे.
- हम लोगो द्वारा धोखे से ए. टी. एम. मशीनो के बायीं साइड में सबसे ऊपर लगे बटन को दबा दिया जाता था ,जिसके चलते ए टी एम मशीन कुछ देर के लिए हैंग कर जाती थी.
- इस तकनीकी कमजोरी का फायदा उठाते हुए हम लोगो द्वारा उन लोगो के ए. टी. एम. कार्ड को बदल दिया जाता था और उनके बदले उनको उसी बैंक का और उनसे मिलता जुलता ए. टी. एम. कार्ड दे दिया जाता था , जिसके चलते कार्ड धारक को कोई शक नहीं होता था.
- हम लोग उनके बैंक खातों से ए. टी. एम. कार्ड का प्रयोग करके इलेक्ट्रॉनिक सामानो जैसे मोबाइल ,गाडी की बैटरी आदि की खरीददारी और उसके बैंक खातों से पूरी धनराशि को निकाल लिया जाता था ,और इसी क्रम में जब पीड़ित अपने ए. टी. एम. कार्ड को ब्लॉक करा दिया जाता था तो इस कार्ड का प्रयोग हम लोग अगले टारगेट के लिए करते थे.
- वही पुलिस इन अभियुक्तों से इनके द्वारा की गयी अन्य घटनाओ के बारे में पूछताछ करके इन अभियुक्तों को जेल भेजने की तैयारी में जुट गयी है.