मथुरा: वृंदावन में तीन दिन के प्रवास पर आए आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत ने जहां ब्रज प्रांत के स्वयंसेवकों के साथ बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। वहीं प्रवास के तीसरे दिन बुधवार को सरसंघचालक द्वारा केशवधाम परिसर स्थित रामकली देवी सरस्वती बालिका विद्या मंदिर के नवीन भवन का लोकार्पण किया।
दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की हुई शुरुआत।
लोकार्पण समारोह का शुभारंभ सरसंघचालक ने मां सरस्वती के चित्रपट पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित करके किया। साथ ही छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। वहीं आयोजन समिति द्वारा सरसंघ चालक व अन्य अतिथियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम में संत, धर्माचार्य, आरएसएस के पदाधिकारियों एवं स्वयंसेवकों के अलावा कैबिनेट मंत्री चैधरी लक्ष्मीनारायण, उत्तर प्रदेश व्यापारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष रविकांत गर्ग, विधायक पूरन प्रकाश, कारिंदा सिंह सहित भाजपा के पदाधिकारी, कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम में सरसंघचालक ने अपने उदबोधन में शिक्षा के महत्व को बताते हुए कहा कि शिक्षा आदमी के जीवन का अविभाज्य अंग है। जीवन की आवश्यकता जो हम मानते हैं उसमें अन्न, स्वास्थ्य और शिक्षा सबसे प्रमुख है। इसलिए विद्यालय शिक्षा का केंद्र समाज में प्रारंभ करना यह सदा सर्वदा सर्वत्र की आवश्यकता है और इसको पूर्ण करना एक अत्यंत समाजोपयोगी यानी धर्म का काम है।