उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले की एक महिला का दावा है कि, राजधानी लखनऊ की जेल में बंद जैश-ए-मोहम्मद का एक आतंकी उनका खोया बेटा प्रवीण है।
अख़बार में खबर पढ़कर पहचाना:
- सूबे की एक महिला बुजुर्ग के दावे के बाद से खलबली का माहौल बना हुआ है।
- मेरठ जिले की रहने वाली इन बुजुर्ग महिला ने दावा किया है कि, सूबे की जेल में बंद जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों में से एक उनका खोया बेटा प्रवीण है।
- इन बुजुर्ग महिला का नाम महिशा देवी है, जिन्होंने अख़बार में खबर में आतंकी की फोटो देख कर उसे पहचाना।
- जिसके बाद वो अपने बड़े बेटे के साथ मेरठ से लखनऊ आयीं, जहाँ उन्होंने उस आतंकी से मुलाकात की जिसे वो अपना खोया बेटा प्रवीण बता रही थी।
आतंकी ने किया इंकार:
- जिला कारागार में अपने बेटे से मिलने पहुंची महिशा देवी को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ने पहचानने से इंकार कर दिया।
- महिशा देवी भी ने कहा कि, शक्ल मिल रही है पर ये मेरा बेटा नहीं है।
- इसके बावजूद महिशा देवी ने डीएनए टेस्ट कराने की मांग की है।