गुजरात की तर्ज पर वाराणसी में सुविधाओं के लिए तैयारियां अंतिम दौर में हैं. PM मोदी के संसदीय क्षेत्र में विकास कार्य पर जोर दिया जा रहा है. शुक्रवार को गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानि GAIL और बीएचयू के बीच एक MOU साइन हुआ. पाइपलाइन के जरिए कुकिंग गैस की सप्लाई बीएचयू परिसर में होने से 1460 परिवारों और 80 हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स को लाभ मिलेगा. बीएचयू परिसर में अक्टूबर से पाइप लाइन के जरिए होगी कुकिंग गैस की सप्लाई का काम शुरू हो जायेगा.
अक्टूबर से मिलेगी सुविधा:
- पीएम एनर्जी गंगा परियोजना के तहत ये एमओयू साइन किए गए हैं.
- गेल के जोनल डिप्टी मैनेजर भीखू राठौड़ और बीएचयू के कुलसचिव डॉ नीरज त्रिपाठी ने एमओयू पर साइन किए.
- बताया गया है कि अगले अक्टूबर महीने से बीएचयू परिसर में बने 1460 आवास में इसकी सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी.
- वहीँ BHU के 80 हॉस्टल्स और परिसर में बने रेस्टोरेंट में भी इसकी सुविधा मौजूद रहेगी.
- पीएनजी लाइन में गैस की सप्लाई इलाहाबाद के फुलपूर से दी जाएगी.
- इसके लिए बीएचयू में DRS स्थापित किया जा रहा है.
- इसके अलावा डीएलडब्लू परिसर में भी पीएनजी की सप्लाई की जाएगी.
- इसकी खास बात ये है कि वाराणसी के अलावा पटना, रॉची, भुवनेश्वर और कटक तक पीएनजी की सप्लाई होगी.
- पाइप लाइन के माध्यम से सप्लाई की जाने वाली कुकिंग गैस के रख-रखाव का जिम्मा गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पास है.
- घरों में सप्लाई होने वाली कुकिंग गैस की सप्लाई पाइपलाइन के जरिए की जाती है.
- घरों में सप्लाई होने वाले एलपीजी सिलेंडर की तुलना में पीएनजी गैस करीब 30 फीसदी सस्ती होती है.
- मीटर रीडिंग के जरिए कुकिंग गैस का बिल तय किया जाता है.