मुख्यमंत्री अरबिंद केजरीवाल को एमपी-एमएलए कोर्ट ने किया तलब, बेल व चार्ज के बिंदु पर होगी सुनवाई
अब तक सुप्रीम कोर्ट में याचिका पेंडिंग होने का जिक्र करते हुए कोर्ट से की जाती रही उत्पीड़नात्मक कार्यवाही न करने की मांग,हाजिरी से मिली थी राहत
जज पीके जयंत ने सीएम अरबिंद केजरीवाल समेत अन्य आरोपियों को दोनो मुकदमो में किया है तलब,अरबिंद केजरीवाल के कल सरेंडर करने व जमानत अर्जी पेश करनी की पूरी उम्मीद,कोर्ट की कार्यवाही में हाजिर होने के अलावा अन्य कार्यक्रमों में भी शामिल हो सकते है सीएम केजरीवाल
सुलतानपुर।
आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन समेत अन्य आरोपों से जुड़े मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट ने मुख्यमंत्री अरबिंद केजरीवाल समेत अन्य आरोपियों को तलब किये जाने का आदेश दिया है। मामले में आरोप के बिंदु व अग्रिम कार्यवाही पर सुनवाई के लिए 25 अक्टूबर की तारीख तय की गई है,जिसके क्रम में सीएम केजरीवाल को कल कोर्ट में हाजिर होने एवं अन्य कार्यक्रमो में शामिल होने की पूर्ण उम्मीद जताई जा रही है।
मालूम हो कि वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान गौरीगंज एवं मुसाफिरखाना थाने में तत्कालीन आम आदमी पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी कुमार विश्वास के प्रचार में आये होने के दौरान दिल्ली के वर्तमान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। गौरीगंज से जुड़े मामले में पुलिस ने अरविंद केजरीवाल, कुमार विश्वास, हरीकृष्ण,राकेश तिवारी अजय सिंह, बब्लू तिवारी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया। इस मामले का विचारण एमपी-एमएलए की विशेष अदालत में चल रहा है। मामले में अरविंद केजरीवाल और कुमार विश्वास की तरफ से सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की गई थी, जिस पर सुनवाई के पश्चात सर्वोच्च न्यायालय ने उन्हें अग्रिम आदेश तक हाजिरी से छूट प्रदान की थी, सर्वोच्च न्यायालय में यह याचिका करीब छह वर्षों से विचारधीन रही,जिसमें अभियोजन की तरफ से पैरवी में कोई रुचि ही नहीं ली जा रही थी,जिसका नतीजा है कि मुकदमे की कार्यवाही काफी समय से लम्बित है।अभियोजन की इसी ढिलाई की वजह से लम्बित सुनवाई के मद्देनजर अदालत ने विशेष लोक अभियोजक के माध्यम से जिलाधिकारी को पत्र भेजकर शासन स्तर पर इस मुकदमे की सुप्रीम कोर्ट में पैरवी करने के लिए भी कहा था, जिससे कि काफी दिनों से लम्बित मामले में कार्यवाही आगे बढ़ सके। इस मामले में गैरहाजिर रहने की वजह न बताने के कारण कोर्ट ने बीती पेशियों पर कुमार विश्वास के खिलाफ बी-डब्ल्यू वारंट जारी करने का भी आदेश दिया था। जिस पर उनकी तरफ से पैरवी कर रहे अधिवक्ता कई पेशियों से सुप्रीम कोर्ट में याचिका पेंडिंग होने का हवाला देकर जारी वारंट सम्बन्धी आदेश निरस्त कराने के प्रयास में लगे हुए है,फिलहाल अभी तक कोई सफलता नहीं मिली। उधर सुप्रीम कोर्ट में याचिका पेंडिंग होने व हाजिरी पर राहत मिलने की वजह से अब तक सीएम अरबिंद केजरीवाल भी कोर्ट में हाजिर होने से बचे रहे। लेकिन अब सीएम केजरीवाल को मिलने वाली राहत सम्बंधी आदेश का असर खत्म होना बताया जा रहा है। एमपी-एमएलए कोर्ट ने दोनों मामलों में सीएम केजरीवाल को 25 अक्टूबर की पेशी पर कार्यवाही जारी कर तलब किया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक कोर्ट के आदेश के अनुपालन में सीएम केजरीवाल सोमवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में सरेंडर करने वाले है। जिनकी तरफ से कोर्ट में जमानत अर्जी प्रस्तुत करने एवं अन्य कार्यवाहियों में पेश होने की सम्भावना जताई जा रही है। कोर्ट की कार्यवाही में पेश होने के अलावा अन्य कार्यक्रमों में भी सीएम केजरीवाल के शामिल होने की सूचना मिली है।सीएम केजरीवाल के साथ एक अन्य मुकदमे मे उनकी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह के भी हाजिर होने की सूचना मिली है। सीएम केजरीवाल की तरफ से पैरवी कर रहे अधिवक्ता आरपी सिंह ने भी कल कोर्ट में उनके पेश होने की पुष्टि की है। कल मामले में बेल की प्रक्रिया के अलावा आरोप विरचित किये जाने एवं अन्य कार्यवाही पर सुनवाई की तारीख तय की गई है।
Report – Gyanendra