परिवार में जारी रार के बीच सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पार्टी कार्यालय पहुंच चुके हैं। यहां शिवपाल के समर्थकों ने मुलायम के सामने ही जमकर शिवपाल के समर्थन में नारेबाजी कर रहें हैं। पार्टी ऑफिस में मुलाकात से पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मुलायम सिंह से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। यहां गौर करने वाली बात यह है कि अभी तक अखिलेश और शिवपाल एक साथ नेताजी से नहीं मिले हैं। बताया जा रहा है कि उनकी एक साथ बैठक अब से कुछ देर में पार्टी ऑफिस में होगी।
अखिलेश नहीं टाल सकते हमारी बातः
- समाजवादी पार्टी कार्यालय पहुंचे मुलायम ने कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया कि पार्टी में कोई मतभेद नहीं है।
- उन्होंने कहा कि, हमारे रहते पार्टी में कोई फूट नहीं हो सकती है।
- मुलायम ने कहा कि सारी बाते हो गई हैं, 2-3 दिन में नतीजे सामने आ जाएंगे।
- मुलायम ने आह्वान किया कि कार्यकर्ता आगामी चुनाव के लिए जी जान से जुट जाएं।
- कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते समय मुलायम सिंह का दर्द भी साफ दिखाई दिया।
- सपा प्रमुख ने कहा कि पिता और बेटे में विवाद हो जाता है।
- उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण से अखिलेश भी दुखी हैं,परिवार में चार लोगों में मतभेद होते रहते हैं।
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- उन्होने सवाल किया कि क्या अखिलेश हमारी बात टालेगा?
- आगे जवाब भी उन्होंने ही दिया कि अखिलेश हमारी बात नहीं टाल सकते।
- मुलायम जब कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहें थें, इस दौरान उनके सामने शिवपाल के समर्थन में नारेबाजी भी हुई।
- उनके सम्बोधन के बीच में सपा कार्यकर्ताओं की नारेबाजी पर मुलायम नाराज व्यक्त की।
- साप प्रमुख ने कहा कि रामगोपाल यादव से कोई झगड़ा नहीं है,अखिलेश, रामगोपाल, शिवपाल में भी झगड़ा नहीं है।
- समाजवादी परिवार हमारा है,अखिलेश और शिवपाल से बातचीत हुई है, सब ठीक है।
- नेताजी ने कहा कि अखिलेश और शिवपाल में कोई झगड़ा नहीं है।
- उन्होने जानकारी देते हुए बताया कि अखिलेश शिवपाल से मिलने उनके घर जाएंगे।
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इन मुद्दों पर बनी सहमतिः
- मुलायम और अखिलेश के बीच हुई बैठक में कई बड़े फैसले लिये गए।
- मंत्री शिवपाल यादव के सभी पुराने विभाग वापस किये जाएगें।
- इसके साथ ही शिवपाल यादव पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे।
- बर्खास्त किये गए कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति दोबारा से कैबिनेट का हिस्सा बनेगें।
- इसके साथ ही मुलायम ने दीपक सिंघल को वापस लेने की बात कही थी।
- हालांकि सीएम ने यह कह कर बात को टाल दिया कि सिघंल पर फैसला बाद में किया जाएगा।
- अखिलेश ने पूरी बातचीत में एक शर्त रखी है कि पार्टी से संबंधिक फैसलों में बाहर के लोग हस्तक्षेप नहीं करेंगे।