[nextpage title=”मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने मनाया बकरीद ” ]
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने आज बकरीद में बकरे की दी जाने वाली कुर्बानी का विरोध किया। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने आज ईद-उल-अजहा के मौके पर अपने बालागंज स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में एक अनोखे अंदाज में बकरे की कुर्बानी दी।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने अनोखे अंदाज़ में मनाया बकरीद :
- एक अनोखे अंदाज़ में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने बकरे का एक केक काटकर बकरे की कुर्बानी दी।
- मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के अवध प्रान्त के संयोजक रईस खान ने कहा कि जब मक्खी में जान नहीं डाल सकते तो उसे हमे मरने कभी कोई हक़ नहीं है।
- हजरत इब्राहिम ने जो ख्वाब देखा था उसमे अल्लाह के प्रति उनका निजी भावनात्मक लगाव था।
- मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के अवध प्रान्त के संयोजक रईस खान ने कहा कि जिस प्रकार से बकरे की कुर्बानी दी जा रही है उससे समाज में प्रदूषण फ़ैल रहा है।
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- बकरे की कुर्बानी से समाज में हिंसा को बढ़ावा मिलता है।
- इतना ही नहीं बल्कि बहुसंख्यक समाज में साम्प्रदायिकता की सीधी छाप पहुँचती है।
- जो कि ठीक नहीं है।
- जो मुस्लिम देश की मुख्य धारा से जुड़ा हुआ है।
- देश में उसके प्रति गलत सन्देश जाता है।
- मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के सह-संयोजक सै. हसन कौसर ने कहा कि यह दिन कुर्बानी को याद दिलाता है।
- इस दिन अच्छा खाना और लोगों से गले मिलने तक सीमित नहीं रहना चाहिये।
- बल्कि इंसानियत का पैगाम भी देना जरुरी है।
- वर्तमान में इंसानियत से मुह फेर लेना ही आतंकवाद का जन्म है।
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