समाजवादी कुनबे में बकरीद के पहले शुरू हुई जंग ‘कुर्बानियों’ के साथ आगे बढ़ती जा रही है। सुलह की हर कोशिश के बाद सतह पर ‘कलह’ ही बाहर आ रही है। ‘शक्ति प्रदर्शन’ का दौर पार्टी में काफी आगे बढ़ चुका है। रविवार को अखिलेश ने अपने कदम से साफ कर दिया है कि अब उनकी नजर ‘भविष्य’ की राजनीति पर है। हालांकि इस पूरी कवायद में सबसे अधिक भ्रम में पार्टी के कार्यकर्ता हैं। उनके लिए तय करना मुश्किल हो रहा है कि वह किस पाले में बैठें? सपा में कुर्सी पर कोई बैठा हो लेकिन सत्ता पांच विक्रमादित्य मार्ग से मुलायम की ही चलती रही है। लेकिन इस बार ‘विक्रमादित्य’ भी रास्ता नहीं निकाल पा रहे हैं।
बिना विभाग के ही मंत्री बने रहेंगे शिवपाल यादव
सुरक्षा के बाद नेमप्लेट भी वापसः
- मंगलवार को सपा प्रमुख मुलायम सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेस करके पार्टी में सबकुछ ठीक होने का संदेश दिया।
- मुलायम ने साफ किया कि संगठन शिवपाल चलाएंगे और सरकार की कमान अखिलेश के हाथों में होगी।
- लेकिन मुलायम सिंह का सुलह का यह फार्मूला फेल होता हुआ दिखाई दे रहा है।
- मंत्री पद से बर्खास्त किये जाने के बाद पहले तो शिवपाल यादव ने अपनी सुरक्षा और सरकारी गाड़ियां छोड़ दी।
- उसके बाद बुधवार सुबह शिवपाल ने अपने आवास से नेमप्लेट भी हटा ली।