नसीमुद्दीन सिद्दीकी की विधान परिषद से सदस्यता रद्द की याचिका को सभापति ने ख़ारिज कर दिया. नसीमुद्दीन सिद्दीकी को बसपा ने पार्टी विरोधी गतिविधियों और पैसे के लेन-लेन का हवाला देते हुए पार्टी से निकाल दिया था.
वहीँ इस याचिका के रद्द किये जाने के बाद नसीमुद्दीन सिद्दीकी का बयान भी आया है. उन्होंने कहा कि एक तरफ पार्टी कहती है कि उन्हें निकाला गया जबकि याचिका में उन्होंने खुद ही पार्टी छोड़ने की बात कही है. ऐसे में ये लोग कहना क्या चाहते हैं यही स्पष्ट नहीं हो रहा है.
नसीमुद्दीन सिद्दीकी बने रहेंगे MLC
- गौरतलब है कि बसपा ने यूपी चुनाव के बाद नसीमुद्दीन सिद्दीकी और उनके बेटे अफजल सिद्दीकी को पार्टी से निकाल दिया था.
- इसके बाद नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था.
- पैसे के लेन-लेन के आरोप को नकारते हुए नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने एक के बाद एक कई ऑडियो जारी किये थे जिनमें टिकट बंटवारे के वक्त पैसे के लेन-देन का भी जिक्र था.
- वहीं हाल ही में नसीमुद्दीन सिद्दीकी के बीजेपी में भी शामिल होने की ख़बरें थीं.
- जिसका उन्होंने खंडन किया था.
- बसपा सुप्रीमो मायावती के आदेश के बाद सतीश चन्द्र मिश्रा ने प्रेस वार्ता कर नसीमुद्दीन सिद्दीकी और उनके बेटे को पार्टी से बाहर करने की सूचना दी थी.