अबतक मुठभेड़ को लेकर विपक्ष हंगामा करता रहा लेकिन अब योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ने इसपर सवाल उठाये हैं. योगी सरकार एक तरफ अपराधियों को मारने की खुली चेतावनी दे रही है और सरकार का कहना है कि ये अभियान लगातार जारी रहेगा लेकिन सरकार के इस अभियान और इस दावे को उनके ही कैबिनेट मंत्री चुनौती देते दिखाई दे रहे हैं और मुठभेड़ पर सवाल उठाते हुए सीबीआई जाँच की मांग भी कर रहे हैं.
ओपी राजभर ने सीबीआई जाँच की मांग को लेकर लिखा सीएम को पत्र
26 जनवरी को पवली थाना क्षेत्र में पुलिस ने मुकेश राजभर का एनकाउंटर किया था जो कि मुतकल्लीपुर का रहने वाला युवक था. मुकेश के पिता दूधनाथ राजभर ने कैबिनेट मंत्री से गुहार लगाई और कहा कि ये मुठभेड़ फर्जी थी. ओम प्रकाश राजभर ने इस मुठभेड़ को लेकर सीएम योगी को पत्र लिखा और मांग करते हुए कहा कि इसकी सीबीआई जाँच की जाये. मुकेश के पिता के अनुसार, पुलिस ने चोरी जैसे अपराध के लिए एनकाउंटर कर दिया. पुलिस ने 50 हजार का इनामी बताते हुए कानपुर से उठाया और मुकेश का एनकाउंटर कर दिया.
मंत्री ने पूछा सवाल, इनाम कब घोषित किया ?
मंत्री ने कहा कि अगर मुठभेड़ सही थी तो इनाम कब घोषित हुआ, पुलिस को ये जानकारी देनी चाहिए थी. वहीँ उन्होंने कहा कि अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई उचित है लेकिन हाल ही में कई मामले सामने आये हैं, जिनसे ये पता चलता है कि कहीं न कहीं बेकसूर भी इस कार्रवाई का शिकार हो रहे हैं. उन्होंने राजभर समाज से जुड़े युवक के एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए मानवाधिकार आयोग और डीजीपी को पत्र लिखकर जाँच की मांग की है.
पहले भी इस मंत्री ने सरकार को डाला है मुसीबत में
बता दें कि ओम प्रकाश राजभर आये दिन अपनी ही सरकार को मुसीबत में डालते रहे हैं, इसके पहले भी उन्होंने अभिभावकों को लेकर विवादित दिया था. इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा था कि योगी सरकार में भ्रष्टाचार बढ़ा है. उन्होंने कहा था कि जिन थानों में पहले 500 रु जाता था, अब वहां 5000 रु जाता है. ओम प्रकाश राजभर का कुछ महीनों पहले गाजीपुर डीएम के साथ विवाद इतना बढ़ गया था कि सीएम योगी को दखल देना पड़ा था, तब जाकर मामला किसी प्रकार शांत हो सका था. लेकिन जिस प्रकार मुठभेड़ को लेकर कैबिनेट मंत्री ने सवाल उठाये हैं, देखना है सरकार का क्या रुख होता है.