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ओपी सिंह केंद्र से किये गए रिलीव, मंगलवार को लेंगे डीजीपी का चार्ज

om prakash singh take charge

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उत्तर प्रदेश पुलिस के नए महानिदेशक आईपीएस ओपी सिंह बनाये गए हैं। डीजीपी के रेस में जो अफसर आगे बताये जा रहे थे उनकी हवाइयां उड़ी हुई हैं। गौरतलब है वर्तमान डीजीपी सुलखान सिंह तीन महीने का एक्सटेंशन मिलने के बाद सेवानिवृत्त हो चुके हैं। रविवार को नए डीजीपी ओपी सिंह को केंद्र से रिलीव कर दिया गया है। यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने बयान देते हुए कहा कि वह मंगलवार को उत्तर प्रदेश के महानिदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण करेंगे।

आईपीएस ओपी सिंह के पास है ढ़ाई साल का लंबा कार्यकाल

बता दें कि यूपी डीजीपी की रेस में बड़ा फेरबदल किया गया है। आईपीएस ओपी सिंह का डीजीपी बनाया गया है। 1983 बैच के आईपीएस अफसर ओपी सिंह को अचानक लखनऊ बुलाया गया। वह चेन्नई से राजधानी आये और सीएम योगी से मुलाकात की। ओपी सिंह डीजी सीआईएसएफ के पद पर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चल रहे थे।

ओपी सिंह सीनीयरटी में सबसे लंबे कार्यकाल वाले 7वें नंबर के अफसर हैं। उनके पास लंबा कार्यकाल और अनुभव बना है। ओपी सिंह के पास काम करने के लिए ढ़ाई साल का लंबा वक्त है। ओपी सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से रविवार को मुलाकात की। इसके बाद उन्हें डीजीपी के पद पर तैनात किया गया। गौरतलब है कि योगी सरकार एक ऐसे अफसर की तलाश कर रही थी जिसके पास आगामी लोकसभा चुनाव कराने तक का लंबा वक्त हो। सरकार के हिसाब से ओपी सिंह कसौटी पर खरा उतरते हैं।

उत्तर प्रदेश कैडर के अधिकारी हैं आईपीएस ओपी सिंह

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने पिछले साल 19 सितंबर 2016 को महत्वपूर्ण औद्योगिक और परमाणु प्रतिष्ठानों, नागरिक हवाई अड्डों और मेट्रो की रक्षा करने वाले आईपीएस अधिकारी ओपी सिंह को नए महानिदेशक के रूप में पदभार ग्रहण करने के साथ अपने नए अध्यक्ष का पद संभाला। ओपी सिंह उत्तर प्रदेश कैडर के 1983 बैच अधिकारी हैं, जो राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक के रूप में सेवा कर रहे थे।

उनका कार्यकाल जनवरी 2020 तक है। वीरता के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक से सजाया जाने वाले वर्तमान में एकमात्र डीजी रैंक के अधिकारी, एनडीआरएफ में कुछ बेहतरीन मानक संचालन प्रक्रियाओं की शुरुआत करने के लिए श्रेय दिया गया है और बड़े पैमाने के दौरान मैदान पर अपने लोगों का नेतृत्व किया है। नेपाल भूकंप बचाव और राहत कार्यों पिछले वर्ष उन्होंने एसपीजी, सीआरपीएफ और सीआईएसएफ में पहले सेवा की थी। वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के छात्र रहे हैं और और आपदा प्रबंधन में एमबीए की डिग्री उन्हें प्राप्त है।

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