उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेस-वे से सटे इलाके में बाबा रामदेव ने ‘पतंजलि योगपीठ फ़ूड पार्क और विश्वविद्यालय'(patanjali food park) खोलने की बात कही थी, जिसके तहत पूर्व समाजवादी सरकार के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बाबा रामदेव को फ़ूड पार्क खोलने के लिए कुल 455 एकड़ की जमीन पतंजलि योगपीठ के नाम की थी, इस जमीन की मौजूदा कीमत तकरीबन 1000 हजार करोड़ रुपये है।
नहीं शुरू हुआ पतंजलि फ़ूड पार्क-विश्वविद्यालय का काम(patanjali food park):
- यूपी की पूर्व सपा सरकार के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बाबा रामदेव को 455 एकड़ की जमीन तोहफे स्वरुप दी थी।
- यह जमीन यमुना एक्सप्रेस-वे से सटे इलाके में स्थित है,
- वहीँ जमीन की मौजूदा कीमत करीब-करीब 1000 करोड़ रुपये है।
- बाबा रामदेव ने इस जमीन पर फ़ूड पार्क(patanjali food park) के साथ एक यूनिवर्सिटी बनाने की बात कही थी।
- 30 नवम्बर, 2016 को अखिलेश यादव द्वारा फ़ूड पार्क का शिलान्यास भी किया जा चुका है।
- लेकिन सूत्रों के मुताबिक, फ़ूड पार्क की जमीन पर अभी तक काम शुरू नहीं हो पाया है।
- जबकि पतंजलि की ओर से कहा गया था कि, फ़ूड पार्क मार्च, 2018 से काम करना शुरू कर देगा।
- ज्ञात हो कि, 455 एकड़ में से 430 एकड़ में फ़ूड पार्क और 25 एकड़ में यूनिवर्सिटी बनाये जाने का प्रस्ताव था।
- जिसके लिए जमीन पतंजलि योगपीठ के नाम की जा चुकी है।
- इतना ही नहीं यमुना एक्सप्रेस-वे पर 455 एकड़ की जमीन खुद पतंजलि योगपीठ ने ही चुनी है।
- पतंजलि योगपीठ ने सेक्टर 24, 24A, और 22B में जमीन ली है।
- इतना ही नहीं यह जमीन बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट से मात्र 4 किलोमीटर की दूरी पर है।
समाजवादी सरकार का पतंजलि के साथ मिलकर ‘जमीन घोटाला’?(patanjali food park):
- पूर्व सपा सरकार ने बाबा रामदेव को यमुना एक्सप्रेस-वे से सटे इलाके में 455 एकड़ की जमीन दी थी।
- जिसकी कुल कीमत करीब 1000 करोड़ रुपये हैं।
- जमीन पर फ़ूड पार्क का शिलान्यास नवम्बर 2016 में किया जा चुका है,
- लेकिन अभी तक किसी प्रकार का काम जमीन पर नहीं शुरू हुआ।
- इसके साथ ही इस भूमि आवंटन को पूर्व सपा सरकार का बाबा रामदेव के साथ मिलकर जमीन घोटाला भी कहा जा रहा है।
- सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पतंजलि योगपीठ को भूमि का आवंटन गैर-कानूनी तरीके से किया गया है।
- साथ ही सूत्रों के मुताबिक, जमीन के आवंटन के लिए भी सरकार द्वारा कोई प्रक्रिया पूरी नहीं की गयी।
- वहीँ पतंजलि योगपीठ द्वारा जमीन पर अधिग्रहण किया जा चुका है लेकिन काम की शुरुआत नहीं हुई है।
- जिसके बाद सवाल उठता है कि, 1000 करोड़ की जमीन कौड़ियों के दाम में गैर-कानूनी तरीके से बाबा रामदेव को क्यों दी गयी?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेना चाहिए संज्ञान(patanjali food park):
- पूर्व सपा सरकार ने बाबा रामदेव के फ़ूड पार्क(patanjali food park) के लिए 455 एकड़ की जमीन दी थी।
- फ़ूड पार्क को लेकर मिली जमीन पर अभी तक पतंजलि ने काम शुरू नहीं कराया है।
- गौरतलब है कि, पतंजलि ने मार्च 2018 से फ़ूड पार्क शुरू होने की बात कही थी।
- पतंजलि के प्रवक्ता ने जानकारी दी थी कि, फ़ूड पार्क में 1600 करोड़ का निवेश किया जायेगा।
- जिससे करीब 50 हजार किसानों के लाभान्वित होने की भी बात कही गयी थी।
- साथ ही यह भी कहा गया था कि, इस फ़ूड पार्क से करीब 10 हजार भर्तियाँ भी निकलेंगी।
- लेकिन ये सभी दावे बेकार साबित हो रहे हैं क्योंकि फ़ूड पार्क शिलान्यास के बाद निर्माण की राह देख रहा है।
- मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संज्ञान लेना चाहिए।
- साथ ही उन्हें यह पूछना चाहिए कि, भूमि आवंटन के बाद भी फ़ूड पार्क का काम क्यों शुरू नहीं हुआ?
- इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी को जमीन के आवंटन में गड़बड़ी के आरोपों का भी संज्ञान लेना चाहिए।
- गौरतलब है कि, पूर्व सरकार पर जमीन आवंटन में गड़बड़ियों के आरोप हैं।