उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले के बहुचर्चित मामले रामजन्मभूमि और बाबरी विवाद देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है, हालाँकि कोर्ट ने इस मामले पर आपसी बातचीत से हल निकालने पर जोर दिया था. इसी के चलते बुधवार 20 सितम्बर को फैजाबाद में हिन्दू और मुस्लिम धर्मगुरु राममंदिर निर्माण के मामले पर बैठक भी हुई थी. वहीँ इस मुद्दे पर कोई भी बयान (sidharth nath singh) सियासत को तेज करने का काम करता है.
सिद्धार्थ नाथ सिंह (sidharth nath singh) का बयान:
- स्वास्थ्य मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने इलाहाबाद में राम मंदिर मुद्दे पर बयान दिया है.
- उन्होंने कहा कि स्वामी ब्रह्म योगनंदा ने नरेंद्र मोदी के पीएम बनने की बात कही थी.
- अब उन्होंने 2019 में भव्य राम मंदिर निर्माण की बात भी कही है.
- सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने कहा कि अब स्थिति बदली है.
- जो लोग पहले राम मंदिर निर्माण का विरोध करते थे अब वो भव्य राम मंदिर चाहते हैं.
- राम मंदिर हमेशा से बीजेपी का एजेंडा रहा है.
- पार्टी कभी उससे पीछे नहीं हटी है.
शिया धर्मगुरु कल्बे-सादिक भी राम मंदिर के पक्ष में:
- इसके पहले शिया धर्मगुरु कल्बे-सादिक ने कहा था कि राम मंदिर बनना चाहिए.
- बीते दिनों शिया वक्फ बोर्ड ने हलफनामा दायर कर कहा था कि बाबरी मस्जिद हमारी जमीन है.
- इसके तरह इस मुद्दे पर किसी भी तरह की बहस का अधिकार हमें ही होना चाहिए.
- साथ ही बोर्ड ने कहा था कि इस जमीन पर भगवान राम का मंदिर ही बनना चाहिए.
- बोर्ड का कहना था कि मस्जिद को विवादित जमीन से कुछ दूरी पर बनाना चाहिए.