विधानसभा में पाए जाने वाले संदिग्ध पदार्थ के PETN होने या न होने को लेकर संदेह गहराता जा रहा है. 12 जुलाई को विधानसभा में विस्फोटक मिलने की बात सामने आई थी. आनन-फानन में इसकी ATS और NIA जाँच के आदेश दे दिए गए थे. सुरक्षा में बड़ी लापरवाही की बात सामने आने पर सरकार ने इसपर कड़ी कार्रवाई करने की बात की थी लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई होती दिखाई नहीं दे रही है.
क्या ‘PETN’ साबित करने का है दबाव?
- विपक्ष ने अब विस्फोटक मामले पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं.
- सपा नेता सुनील सिंह यादव ने कहा कि सोशल मीडिया से मालूम हुआ कि वो साधारण पाउडर था.
- ऐसे में क्या PETN साबित करने का दबाव है.
- उन्होंने कहा कि सीएम योगी ने बिना जाँच के कैसे कह दिया कि PETN है.
- वहीँ पीईटीएन पर भ्रम का माहौल बना हुआ है.
- गृह सचिव का कहना है कि सैम्पल आगरा भेजा नहीं गया था.
- ATS का भी कहना है कि PETN पर आगरा से रिपोर्ट नहीं मिली है.
- एफएसएल से गृह विभाग ने मांगी रिपोर्ट है.
- कम्प्यूटर वैज्ञानिकों ने पाउडर को विस्फोटक बताया था.
- जाँच करने वाली टीम पर भी सवाल उठे थे.
- ये बात सामने आई थी कि जाँच करने वाली टीम सक्षम नहीं कि विस्फोटक की जाँच कर सके.
- ऐसे में सरकार क्यों जल्दबाजी कर रही है और क्यों PETN को लेकर भ्रम का माहौल बनाया जा रहा है.
विधानसभा में विस्फोटक मिलने में मामला में IG ATS का बयान-
- यूपी विधानसभा में विस्फोटक मिलने के मामले में ATS ने प्रेस कांफ्रेंस की.
- प्रेस कांफ्रेंस के दौरान IG ATS असीम अरुण ने बताया कि CCTV और दूरदर्शन के फुटेज के आधार पर पता की पाउडर चला कब रखा गया था.
- उन्होंने कहा कि 2 दिन के इन्तजार के बाद ATS दूसरे टेस्ट के लिए सैंपल भेजेगी.
- IG ATS ने कहा कि NIA अगर 2 दिन के अंदर मामला नहीं लेती तो ATS टेस्ट के लिए सैंपल भेजेगी.
- उन्होंने आगे कहा कि फिलहाल लखनऊ FSL मामले की जाँच कर रही है.
- असीम अरुण ने कहा कि स्टेट SFL किससे जाँच करवा रहा है इस बारे में जानकारी नहीं है.
- फिलहाल ATS ने जल्द जाँच की रिक्वेस्ट कि है.
- उन्होंने आगे कहा की ATS एक और लैब से टेस्ट करवाना चाहती है.
- उन्होंने कहा की टेरर फंडिंग में दानिश नामक शख्स सेना के मुखबिर को फण्ड कर रहा था.
- असीम अरुण ने ये भी कहा कि सलीम खान 3 दिन की ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया जा रहा है.