योगी सरकार ने 16 फ़रवरी को अपना बजट पेश किया जो कि पिछली बार की तुलना में 11.4 फीसदी अधिक रहने का अनुमान है. इस बजट को सरकार ने विकास के मार्ग पर मजबूती से चलने वाला बजट और आम लोगों की भलाई वाला बजट बताया. सीएम योगी ने कहा कि हम बच्चों को लैपटॉप नहीं, अच्छी शिक्षा देंगे. योगी सरकार ने 4 लाख 28 हजार करोड़ का बजट पेश किया. इसमें दर्जनों योजनाओं के लिए अनुदान के अलावा कई नए प्रोजेक्ट्स के लिए भी धन की व्यवस्था की गई है. जबकि इस सत्र का आकर्षण पूर्वाचंल एक्सप्रेसवे बताया जा रहा है. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के कार्य की शुरुआत कर बीजेपी लोकसभा चुनाव की तैयारियों का बिगुल फूंकने की तैयारी में है. यूपी में इस एक्सप्रेसवे को लेकर कई सालों से चर्चा है और इसके सफलतापूर्वक निर्माण को सरकार बतौर उपलब्धि पेश करने में कसर नहीं छोड़ेगी.
बजट में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के लिए 1000 करोड़
कल पेश किये गए बजट में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के लिए 1000 करोड़ की व्यवस्था की गई है. जबकि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के लिए 550 करोड़ और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के लिए 650 करोड़ रूपए की व्यवस्था सरकार ने की है. पूर्वांचल के लोगों को किये गए वादे के अनुरूप सरकार अपने काम की शुरुआत के साथ ही एक तीर से कई निशाने लगाने की कोशिश में जुटी है. आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की भूमिका अहम होने वाली है और इसमें योगी सरकार के काम-काज का लेखा-जोखा भी बीजेपी की राह को तय करेगा. ऐसे में योगी आदित्यनाथ पूर्वांचल के लोगों को इस एक्सप्रेसवे की सौगात देने के साथ ही लोकसभा चुनावों में बीजेपी की प्रदेश में स्थिति और मजबूत करने की कवायद करते दिखाई रहे हैं.
एक साल पूरे होने पर हो सकता है पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का शिलान्यास:
बीजेपी सरकार प्रदेश में एक साल पूरे करने जा रही है और इसकी बहुत संभावना है कि 19 मार्च को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किया जायेगा. जबकि लिंक रोड के जिरए पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और सीएम योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर को भी पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ा जायेगा. सूत्रों के अनुसार, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का काम जल्दी से जल्दी शुरू किया जा सकता है. लखनऊ से ग़ाज़ीपुर तक 343 किलोमीटर का ये हाईवे देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा. इसकी कुल लागत 14 हज़ार 200 करोड रुपये होने का अनुमान है जो कि पहले से करीब 800 करोड़ रु कम होगी.
काशी, गोरखपुर और अयोध्या को जोड़ेगा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे
योगी सरकार ने 30 महीने का का डेडलाइन रखा है. यूपी के प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि एक्सप्रेसवे बनाने के लिए 88 फीसदी ज़मीन का अधिग्रहण हो चुका है. अगले दो महीनों में भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो जायेगा. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को लिंक रोड से अयोध्या से भी जोड़ा जायेगा. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को गोरखपुर, काशी और अयोध्या से जोड़ने का आईडिया योगी आदित्यनाथ का है.
अखिलेश सरकार ने आगरा-एक्सप्रेसवे पर दिया ज्यादा ध्यान:
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अपने कार्यकाल में इस एक्सप्रेसवे के निर्माण की बातें कहीं लेकिन कागजों में ये काम होता रहा और उनका पूरा ध्यान आगरा-एक्सप्रेसवे पर लगा रहा. बता दें कि विधानसभा चुनाव में बिना काम पूरा हुए ही अखिलेश यादव ने आनन-फानन में इसका उद्घाटन कर दिया था. हालाँकि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का आईडिया पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का था लेकिन सत्ता से बेदखल होने के बाद उन्हें ये मौका नहीं मिल पाया.
लखनऊ से गाजीपुर तक बनेगा एक्सप्रेसवे:
र्वांचल एक्सप्रेसवे लखनऊ से बाराबंकी, सुल्तानपुर, फ़ैज़ाबाद, अंबेडकरनगर और मऊ होते हुए ग़ाज़ीपुर पहुंचेगा. हालाँकि विधानसभा चुनाव के पूर्व अखिलेश यादव ने इसे बलिया तक करने का ऐलान किया था लेकिन बाद में इसे गाजीपुर तक ही सीमित कर दिया गया. इसके पीछे ये तर्क दिया गया कि नदी के आसपास के इलाके में इस निर्माण को मंजूरी मिलने की संभावना नहीं है.