“मैं विमल कुमार शुक्ला पुत्र स्वर्गीय लक्ष्मी शंकर शुक्ला निवासी बी- 102 कैलाशपुरी आलमबाग लखनऊ अपने पूरे होशो हवास में आत्महत्या कर रहा हूं। मेरी हत्या में किसी भी व्यक्ति को किसी भी तरीके से परेशान ना किया जाये… (विमल कुमार शुक्ला)” ये बातें पांच लाइन के सुसाइड नोट में लिखकर एक रेलवे कर्मचारी ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। (खुद को गोली से उड़ाया)
गोली की आवाज सुनते ही घर में हड़कंप मच गया।
घरवालों ने कमरे में जाकर देखा तो रेलकर्मी फर्श पर खून से लथपथ पड़ा था।
इसकी सूचना घरवालों ने पुलिस को दी।
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने मौके से रिवॉल्वर कब्जे में ले ली है।
पुलिस ने कमरे में मिले सुसाइड नोट को भी कब्जे में ले लिया है इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की गई।
गोली कनपटी से हो गई पार (खुद को गोली से उड़ाया)
- आलमबाग कोतवाली प्रभारी के अनुसार, DRM कार्यालय में OS के पद पर विमल कुमार शुक्ला (59) तैनात थे।
- वह निशा व बेटे गौरव के साथ कैलाशपुरी में रह रहे थे।
- सुबह करीब 8:00 बजे निशा बाथरूम में थी, जबकि बेटा सो रहा था।
- तभी मौका पाकर विमल शुक्ला ने लाइसेंसी रिवॉल्वर से अपने सिर में गोली मार ली, जो दूसरी ओर से पार हो गयी।
- गोली चलने की आवाज सुनकर पत्नी और बेटा उनके कमरे में पहुंचे तो विमल लहूलुहान हालत में जमीन पर पड़े थे।
- यह देखते ही घर में रोना-पीटना मच गया।
- हालांकि बेटे ने खुद को संभालते हुए आनन-फानन में उन्हें ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया।
- जहां डॉक्टरों ने विमल शुक्ला को मृत घोषित कर दिया। (खुद को गोली से उड़ाया)
- मृतक के बेटे गौरव ने बताया कि विमल शुक्ला काफी रिजर्व नेचर के थे, वह जल्दी किसी से कोई बात नहीं बताते थे।
- अपनी किसी परेशानी के बारे में भी उन्होंने कभी घर में कुछ नहीं कहा था।
- गौरव ने बताया उसके एक भाई की पहले ही मौत हो चुकी है।
- पुलिस को विमल शुक्ला के कमरे से सुसाइड नोट मिला है।
- जिसमें उन्होंने अपना नाम पता लिखने के साथ ही पूरे होश में सुसाइड करने की बात स्वीकारी है।
- फ़िलहाल पुलिस आत्महत्या की वजह पता लगाने में जुटी हुई है। (खुद को गोली से उड़ाया)