सपा-बसपा के संभावित गठबंधन की बात पर यूपी का सियासी माहौल गर्म होता नज़र आ रहा है. इस संभावित गठबंधन को लेकर आज बरेली सर्किट हाउस में वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने बड़ा बयान देते हुए कहा जब चूहों की मौत आती है तो उनकी समझ में कुछ नहीं आता.
भाजपा की विकास की राजनीति से विरोधी दल भयभीत-
- बीजेपी सरकार के गठन के बाद से यूपी में विपक्षी पार्टियों का हमला तेज़ हो गया था.
- गौरतलब हो की 9 मार्च को कई सर्वे एजेंसियों द्वारा ओपिनियन पोल दिया गया था.
- सर्वे में दिखाया गया था कि, भाजपा प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है.
- इस सर्वे के अगले दिन ही सपा के के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संकेत देते हुए कहा था की जरूरत पड़ने पर वो बसपा से भी हाथ मिला सकते हैं.
- अखिलेश के इस बयान के बाद 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती के दिन बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी अपने बयान में कहा था EVM में गड़बड़ी के विरुद्ध किए जा रहे संघर्ष में अगर बीजेपी विरोधी पार्टियां हमारे साथ आना चाहेंगी तो हमें हाथ मिलाने में कोई परहेज नहीं है.
- जिसके बाद से यूपी में सपा-बसपा के संभावित गठबंधन की चर्चाओं से सियासी माहौल गर्म होता नज़र आ रहा है.
- इस दौरान आज वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने बरेली के सर्किट हाउस में पत्रकारों से वार्ता की.
- राजेश अग्रवाल ने कहा कि भाजपा की विकास की राजनीति से विरोधी दल भयभीत हैं.
- इस दौरान उन्होंने सपा-बसपा के संभावित गठबंधन पर भी हमला बोला.
- उन्होंने कहा जब चूहों की मौत आती है तो उनकी समझ में कुछ नहीं आता.
- उन्होंने ये भी कहा कि मायावती परिवाद की तरफ बढ़ रही हैं.