बलिया के रहने वाले राजीव मिश्र ने अब तक 35 बार रक्तदान किया है। चार दशकों से भी कम समय में 35 बार रक्तदान कर 105 लोगों की जिंदगी बचाने वाले राजीव मिश्र ने पूर्वांचल में एक कीर्तिंमान स्थापित किया है।
2008 में शुरू किया रक्तदान का सिलसिला-
- रक्तदान से कई लोगों की जिंदगी में खुशी भरने वाले महादानी राजीव मिश्र ने रक्तदान का सिलसिला 2008 से शुरू किया।
- राजीव ने अब तक 35 बार रक्तदान किया है।
- इस नेक काम को कर उन्होंने कीर्तिंमान स्थापित किया ही है।
- इसके साथ ही उन्होंने यूपी के युवाओं को रक्तदान जैसे महादान का पाठ भी पढ़ाने का काम भी किया है।
- राजीव को इस महादान के लिए अब तक दर्जनों सम्मान मिल चुके है।
- हाल ही में उन्हें इलाहाबाद के डीएम संजय कुमार ने भी सम्मानित किया।
- बता दें कि राजीव जनसंचार में रिसर्च कर रहे है।
- अब तक राजीव ने 35 यूनिट रक्तदान कर 105 लोगों की जिंदगी बचाने का नेका काम किया है।
भाई की मौत के बाद खाई कसम-
- बलिया जिले के बसंतपुर गांव के मूलनिवासी भारतीय सेना में कैप्टन रहे बलेश्वर मिश्र के बेटे राजीव को इस काम को करने का जूनून उनके भाई के मरने के बाद चढ़ा।
- राजीव मिश्र के भाई की मौत अपेंडिक्स से हुई थी।
- इसके बाद राजीव ने ब्लड डोनेट कर लोगों की जिंदगी बचाने की कसम खाई।
- महादानी राजीव के अनुसार खून मजहब नहीं देखता है।
- राजीव ने बताया कि उनके रक्तदान के बाद कई ऐसे लोगों की जान बची है जिनका अपने कोई नहीं था।
- उन्होंने बताया कि उनके खून से जब किसी की जान बच जाती है तो दिल में कितनी खुशी होती है ये बयां करना मुश्किल है।
- राजीव रक्तदान में अपना नाम गिनीज बुक में दर्ज कराना चाहते है।