बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने गुरुवार शाम को अपने मॉल एवेन्यू स्थित आवास पर पार्टी विधायकों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में बसपा सुप्रीमो 23 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनाव को लेकर विधायकों के साथ चर्चा करेंगी। साथ ही वोटिंग का पूर्वाभ्यास भी किया जायेगा।
पहली बार मतदान करने वालों की ट्रेनिंग
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, बैठक के दौरान मायावती अपने विधायकों को पार्टी लाइन के संदर्भ में दिशा निर्देश देंगी। इसके साथ ही राज्यसभा चुनाव में पहली बार मतदान करने वालों की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। दरअसल बसपा ने भीमराव अम्बेडकर को राज्यसभा प्रत्याशी बनाया है। सपा कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल बसपा को समर्थन कर रहे हैं। लेकिन बीजेपी ने अपने 9वें उम्मीदवार को मैदान में उतारकर विपक्ष की चुनौती बढ़ा दी है। लिहाजा क्रॉस वोटिंग की संभावना को देखते हुए बसपा की इस बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
नरेश और नितिन करेंगे भाजपा को वोट
सांसद नरेश अग्रवाल और सपा विधायक नितिन अग्रवाल बीजेपी को वोट करेंगे। ऐसे में बीजेपी को एक वोट का फायदा, तो बसपा खेमे को एक वोट का नुकसान है। इधर सपा की नजर बीजेपी से नाराज पूर्व सांसद रमाकांत यादव के विधायक बेटे के वोट पर भी टिकी है। इसके अलावा दोनों खेमों की नजर में 3 निर्दलीय, 1 रालोद और निषाद पार्टी के 1 विधायक पर भी है। निर्दलीय उम्मीदवार अमनमणि त्रिपाठी और निषाद पार्टी के एकलौते विधायक का भी वोट बीजेपी प्रत्याशी को जाएगा।
राज्यसभा की 10 सीटों के लिए चुनाव
गौरतलब है कि यूपी में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए चुनाव होना है। मौजूदा स्थिति में बीजेपी के 8 प्रत्याशियों की जीत तय है, जबकि सपा अपने एक उम्मीदवार को राज्यसभा भेजगी। बाकी बची एक सीट पर बीजेपी के अनिल अग्रवाल और बसपा के भीमराव अम्बेडकर के बीच मुकाबला है। राज्यसभा की एक सीट के लिए 37 वोट चाहिए। वोटों के गणित के हिसाब से सपा के जया बच्चन के 37 वोट के बाद उसके पास 10 विधायक बचेंगे। बसपा के 19 और कांग्रेस के 7 विधायक मिलकर यह आंकड़ा 36 पहुंचता है, जबकि बीजेपी समर्थित अनिल अग्रवाल को जीत के लिए 9 वोट जुटाने होंगे।