राज्यसभा चुनाव के लिए 23 मार्च को होने जा रहा है। राज्यसभा की 59 सीटों के लिए 23 मार्च को होने जा रहे मतदान ने एक बार फिर देश के सियासी पारे को ऊपर उठा दिया है। इसमें सबसे ज्यादा रोचक और दम साधने वाला चुनाव यूपी में होने जा रहा है। यूपी से इस बार कुल 10 उम्मीदवार राज्यसभा पहुंचने वाले हैं। इसमें से 8 सीटों पर बीजेपी की जबकि एक पर समाजवादी पार्टी की जीत पक्की है। यूपी की 10वीं सीट पर सबसे बड़ा सस्पेंस बना हुआ है। राज्यसभा चुनाव की रणनीति चौकाने वाली
➡बीजेपी के पास इस वक्त तक 31 वोट हैं।
➡9वीं सीट जीतने के लिए 6 और वोट चाहिए।
➡विपक्ष पर अपने विधायकों को बचाने का दबाव।
➡बीएसपी प्रत्याशी के पास 36 वोट का समर्थन।
➡क्रॉस वोटिंग की आशंका से विपक्ष बेचैन है।
➡कांग्रेस ने आज अपने सातों विधायक बुलाए।
➡कांग्रेस ने विधायकों को गोपनीय लंच दिया।
➡प्रमोद तिवारी को कांग्रेस ने ऑब्जर्वर बनाया।
➡कांग्रेस के रायबरेली खेमे में ज्यादा बेचैनी।
➡मुख्तार, हरिओम पर कोर्ट का आदेश नहीं आया।
➡विपक्ष के ये दोनों विधायक जेल में है।
➡चुनाव में क्रॉस वोटिंग की संभावना बढ़ी।
➡बीएसपी के तीन विधायक क्रॉस कर सकते हैं।
➡कांग्रेस अपने दो विधायकों को लेकर बेचैन है।
➡गांधी पट्टी में कांग्रेस विधायकों पर बेचैन।
➡आरएलडी के इकलौते विधायक पर भी संकट।
➡बीजेपी का भी एक विधायक संदेह में है।
➡सपा में भी दो विधायक संदिग्ध हैं।
➡जोर आजमाइश का दौर दोनों तरफ से चल रहा है।
गौरतलब है कि यूपी में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए चुनाव होना है। मौजूदा स्थिति में बीजेपी के 8 प्रत्याशियों की जीत तय है, जबकि सपा अपने एक उम्मीदवार को राज्यसभा भेजगी। बाकी बची एक सीट पर बीजेपी के अनिल अग्रवाल और बसपा के भीमराव अम्बेडकर के बीच मुकाबला है। राज्यसभा की एक सीट के लिए 37 वोट चाहिए। वोटों के गणित के हिसाब से सपा के जया बच्चन के 37 वोट के बाद उसके पास 10 विधायक बचेंगे। बसपा के 19 और कांग्रेस के 7 विधायक मिलकर यह आंकड़ा 36 पहुंचता है, जबकि बीजेपी समर्थित अनिल अग्रवाल को जीत के लिए 9 वोट जुटाने होंगे।