उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के तहसील सिरौलीगौसपुर क्षेत्र के एक गांव के आंगनबाड़ी सेंटर पर चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान के दौरान टीका लगने के बाद एक 2 माह की मासूम बालिका की मौत हो गई. इस घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया, वहीं टीकाकरण करने वाली एनम पर परिजनों के द्वारा लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है ।
पूरा मामला:
बताते चलें कि बाराबंकी के तहसील सिरौलीगौसपुर क्षेत्र के थाना रामनगर क्षेत्र की ग्राम पंचायत सोधवा मजरे नामी पुर सिरौली आंगनबाड़ी केंद्र पर मरकामऊ उप स्वास्थ्य केंद्र की एएनएम सुनीता मौर्य द्वारा टीकाकरण व पोलियो दवा पिलाए जाने का कार्यक्रम चल रहा था.
जहां पर दनापुर निवासी दुर्गेश अपनी तीन माह की पुत्री दिपाली को टीका लगवाने के लिए गया था. परिजनों के मुताबिक पहले उसकी पुत्री को मौजूद एएनएम सुनीता मौर्य के द्वारा पोलियो की दवा पिलाई गई.
इंजेक्शन का सैंपल जांच के लिए भेजा गया:
जिसके बाद उसे टीका लगा. वहीं सुबह बच्ची की मौत हो गई. उसकी मौत से परिजनों में जहां कोहराम मच गया. उन्होंने एएनएम पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.
सूचना मिलने पर थाना रामनगर पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया है। इसके संबंध में सीएचसी अधीक्षक सिरौलीगौसपुर डॉक्टर संतोष सिंह ने बताया कि बालिका को लगने वाले इंजेक्शन का सैंपल जांच के लिए भेजा गया है पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
बोले जिम्मेदार:
इस संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी रमेश चन्द्र ने बताया कि बच्ची की मौत टीकाकरण से नहीं हुई क्योंकि उसी दिन कई और बच्चो के टीका लगाया गया था. वो स्वस्थ हैं. पोलियो की दवा के साथ ही टीका लगाया जाता है।